दूब घास के फायदे और नुकसान
आप दूब घास से ईश्वरर को खुश करने के साथ ही अपने स्वाेस्य्ग को ठीक रख सकते हैं। दूब घास के फायदे मधुमेह नियंत्रण के लिए जाने जाते हैं। हाल ही के कुछ अध्यथयनों से पता चलता है कि दूब घास में हाइपोग्लारइसेमिक प्रभाव होता है। इस प्रभाव के कारण यह रक्तह शर्करा के स्तयर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा मधुमेह के लक्षणों से जुड़ी अन्या समस्या्ओं को दूर करने के लिए भी दूब घास का उपयोग किया जा सकती है। नीम के पत्तोंह के रस के साथ दूब घास के रस का उपभोग करने पर यह शरीर में रक्त शर्करा के स्तकर को सामान्यक करने में मदद करता है। अतिरिक्त लाभ प्राप्तर करने के लिए आप इस रस का सेवन सुबह खाली पेट कर सकते हैं।
दूब घास के लाभ मोटापा कम करने में -
आप मोटापे को दूर करने के लिए दूब घास का उपयोग कर सकते हैं। यह आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। यह वजन कम करने वाली एक प्राकृतिक औषधी है जो प्रभावी रूप से वजन को नियंत्रित कर सकती है। आप अपने वजन को कम करने के लिए नियमित रूप से दूब घास का उपभोग कर सकते हैं। इसके लिए आप दूब घास से निकाले गए रस की 3 चम्म च मात्रा में 4-6 कालीमिर्च और 1 चुटकी जीरा पाउडर का उपयोग कर एक काढ़ा तैयार करें। इस काढ़े का नियमित रूप से दिन में दो बार नारियल पानी या नारियल मक्खान के साथ उपभोग करें। यह प्रभावी रूप से आपके वजन को नियंत्रित कर सकती है।
दूब घास का उपयोग प्रतिरक्षा के लिए -
आपके शरीर को स्व स्य्े ल रखने के लिए दूब घास का इस्तेoमाल किया जा सकती है। इसमें ऐसे पोषक तत्वढ और एंटीऑक्सीवडेंट मौजूद रहते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। दूब घास में बायो-रासानिक यौगिक होते हैं जिसे सिनोडोन डैक्टिलॉन प्रोटीन फ्रैक्शंिस कहा जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह आसानी से प्राप्त होने वाली औषधी है जो प्रतिरक्षा और ऊर्जा को बढ़ावा देती है। यह शरीर की मदद करके प्रतिरक्षा प्रणाली को अनुकूलित करके प्रतिरक्षा-मॉड्यूलेशन को बढ़ावा देती है। दूब घास की एंटीवायरल और एंटी-माइक्रोबियल गतिविधि प्रतिरक्षा स्वा स्य्ी बढ़ावा देने और विभिन्नि बीमारियों के विरूध शरीर की सहायता करती है। इस तरह से आप दूब घास का उपयोग कर प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ावा दे सकते है।
दूब घास का इस्तेामाल कब्जर से राहत दिलाए -
क्याघ आप पेट से संबंधित समस्या ओं से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो आप इसका प्राकृतिक उपचार कर सकते हैं। इन प्राकृतिक उपचारों में दूब घास का प्रमुख स्था न है। इस औषधीय जड़ी बूटी का उपयोग करने पर कब्जत से राहत मिल सकती है। पानी के साथ दूब घास का रस पीने से शरीर में मौजूद विषाक्तध पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। जिससे यह एसिडिटी की समस्याा को कम करने के साथ ही मल त्या्ग को आसान बनाता है। इस तरह से यह कब्जट के लिए फायदेमंद होता है। यदि आप कब्ज रोगी हैं तो दूब घास के रस का उपभोग कर लाभ प्राप्तै कर सकते हैं।
सफेद दूर्वा घास करती है रक्त को शुद्ध -
आपके शरीर को हमेशा शुद्ध रक्तफ की आवश्य कता होती है। यदि रक्तa में किसी प्रकार की अशुद्धियां होती हैं तो यह आपके शरीर में कई स्वाशस्य्ाय समस्या ओं का कारण बन सकती है। सफेद दूर्वा घास का उपयोग कर आप अपने रक्ती को शुद्ध कर सकते हैं यह रक्तश शोधक के रूप में कार्य करता है और रक्तै की क्षारीयता को बनाए रखता है। इसके अलावा यह चोट लगने, नाक से खून बहने और मासिक धर्म के दौरान रक्तर प्रवाह के कारण रक्त के नुकसान को कम करने में बहुत प्रभावी है। यह लाल रक्तत कोशिकाओं के उत्पा्दन को बढ़ाता है जो बदले में शरीर में हीमोग्लोरबिन के स्तमर को बढ़ाता है। इस प्रकार आप रक्तत को शुद्ध करने के साथ ही एनीमिया से बचाता है।
दूब घास के लाभ महिला स्वाशस्य् स के लिए -
मूत्र पथ संक्रमण के इलाज में दूब घास बहुत ही प्रभावी होती है। मूत्र पथ संक्रमण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है। इस औषधीय घास का दही के साथ सेवन करने पर बवासीर और सफेद योनि निर्वहन से महिलाओं को राहत मिल सकती है। यह पॉली सिस्टिक डिम्बेग्रथि सिंड्रोम के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा इसका नियमित सेवन करने पर प्रोलैक्टिन हार्मोन को बढ़ाकर स्तeनपान को बढ़ावा देने में मदद करता है।
सफेद दूब घास के फायदे पाचन के लिए -
खराब पाचन तंत्र विभिन्ना स्वासस्य् समस्याओं का कारण होता है। अस्वकस्य्ेन कर भोजन और बीमारियों की संवेदनशीलता के कारण उम्र के साथ पाचन और पेट से संबंधित अन्य् बीमारियां आम होती है। लेकिन इन सभी समस्यातओं से छुटकारा पाने के लिए आप दूब घास का उपयोग कर सकते हैं। यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाने और मल त्यानग को आसान बनाने में मदद करता है। नियमित रूप से दूब घास का सेवन करने से पेट की अन्य गंभीर समस्याइओं का इलाज किया जा सकती है। यह शरीर से विषाक्तत पदार्थों को समाप्तर करने वाले प्राकृतिक डिटोक्सिफायर के रूप में कार्य करता है ओर एसिडिटी को भी कम करता है। इस तरह से आप दूब का उपयोग कर पाचन को स्वास्य्क ड बना सकते है।
दूब ग्रास बेनिफिट्स फॉर स्किन -
औषधीय गुणों और शीतलन प्रकृति के कारण दूब हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। यह त्व्चा समस्यासओं का इलाज भी कर सकती है क्योंनकि इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण और एंटीसेप्टिक एजेंट होते हैं। इस कारण यह त्वेचा की खुजली, त्वकचा के चकते और एक्जिमा जैसी विभिन्नह त्वुचा समस्या ओं को दूर करने में मदद करते हैं। अपनी त्व्चा को स्वरस्य् की रखने के लिए आप हल्दी पाउडर के साथ दूब घास का पेस्ट तैयार करें और प्रभावित त्व चा क्षेत्र मे लगाएं। आप मिश्रण का उपयोग कर कुष्ठी रोग और खरोंच आदि के निशानों का भी उपचार कर सकते हैं। इस तरह से दूब घास त्ववचा के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना जा सकती है।
दूब घास के फायदे हृदय स्वातस्य् क के लिए -
दिल को स्व स्य् स् रखने के लिए दूब घास बहुत ही फायदेमंद होती है। इसका नियमित सेवन न केवल कोलेस्ट्रॉएल स्त र को कम करता है बल्कि आपके हृदय क्रिया को भी बेहतर बनाता है। दिल के लिए फायदेमंद होने के साथ ही यह एक शक्तिशाली एंटी-एरिथमिक एजेंट के रूप में भी कार्य करता है। इस तरह से आप दूब घास का औषधीय उपभोग कर अपने दिल के स्वांस्य्स् को बढ़ावा दिला सकते हैं।
दूब घास के नुकसान –
वास्ताव में दूब घास एक औषधी है जिसके कोई गंभीर या विशेष दुष्प्रतभाव नहीं होता हैं। लेकिन फिर भी सलाह दी जाती है कि इसकी पत्तियों और इससे निकाले गए रस का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका उपभोग करने पर मुंह में झनझनाहट (paraesthesia oral), दांतों का दर्द, त्वसचा में जलन और लाल चकते आदि की समस्याक हो सकती है। इसलिए आप बहुत ही कम या औषधीय निर्धारित मात्रा में दूब घास का उपभोग कर लाभ प्राप्तव कर सकते हैं।