16 नवंबर 2025 सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर
गोचर समय: 16 नवंबर 2025, रविवार, दोपहर 01:26 बजे
राशि परिवर्तन: सूर्य तुला (नीच राशि) से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।
गोचर का सामान्य प्रभाव
सूर्य जब अपनी नीच राशि तुला से निकलकर वृश्चिक में प्रवेश करते हैं, तब यह परिवर्तन आत्मबल, गुप्त ज्ञान, और परिवर्तनशीलता से जुड़ा माना जाता है। वृश्चिक राशि मंगल की स्वामित्व वाली राशि है, और सूर्य-मंगल का संबंध ऊर्जावान तथा दृढ़ इच्छाशक्ति देने वाला होता है।
यह अवधि लोगों में साहस, निर्णय क्षमता, और आत्मविश्वास बढ़ाएगी। साथ ही राजनीति, प्रशासन, सेना, पुलिस, तकनीकी कार्यों और अनुसंधान क्षेत्रों में कार्यरत लोगों के लिए यह गोचर विशेष रूप से फलदायी रहेगा।
हालाँकि कुछ राशियों के लिए यह गोचर मानसिक तनाव, अहंकार या पारिवारिक असहमति भी ला सकता है। अतः संतुलित व्यवहार और संयम आवश्यक रहेगा।
12 राशियों पर सूर्य गोचर का प्रभाव, भाव सहित फलादेश व उपाय
मेष राशि (Aries)
गोचर भाव: अष्टम भाव (8वां भाव)
इस अवधि में मेष राशि के जातकों को जीवन में कुछ गुप्त या अप्रत्याशित परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। स्वास्थ्य संबंधी सावधानी जरूरी होगी। सरकारी कार्यों या कर मामलों में अड़चनें आ सकती हैं। हालांकि आध्यात्मिक दृष्टि से यह समय आत्म-चिंतन का है, जो आपको भीतर से मजबूत बनाएगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का 11 बार जप करें और रविवार को गुड़-गेहूं का दान करें।
वृषभ राशि (Taurus)
गोचर भाव: सप्तम भाव (7वां भाव)
सूर्य का यह गोचर दांपत्य जीवन में अहं का टकराव बढ़ा सकता है। पार्टनरशिप में कार्य करने वालों को भी संवाद में सावधानी रखनी चाहिए। व्यापारिक मामलों में सफलता मिलेगी, पर सहयोगियों से विवाद हो सकता है।
उपाय: लाल कपड़े में गुड़ व तांबे का सिक्का लपेटकर सूर्य को अर्पित करें।
मिथुन राशि (Gemini)
गोचर भाव: षष्ठ भाव (6वां भाव)
यह गोचर आपको प्रतिस्पर्धा में विजयी बनाएगा। कार्यक्षेत्र में आपके शत्रु परास्त होंगे। स्वास्थ्य में सुधार और निर्णय क्षमता में वृद्धि होगी। हालांकि अति आत्मविश्वास से बचें।
उपाय: रविवार के दिन लाल वस्त्र धारण करें और सूर्य को जल अर्पित करें।
कर्क राशि (Cancer)
गोचर भाव: पंचम भाव (5वां भाव)
कर्क राशि वालों के लिए यह समय सृजनात्मकता और बुद्धि-विकास का है। विद्यार्थियों के लिए लाभकारी समय रहेगा, लेकिन प्रेम संबंधों में मतभेद संभव हैं। संतान पक्ष से सुख में थोड़ी कमी आ सकती है।
उपाय: रविवार को गुड़ और गेहूं का दान करें तथा गाय को रोटी खिलाएं।
सिंह राशि (Leo)
गोचर भाव: चतुर्थ भाव (4वां भाव)
सूर्य आपकी ही राशि के स्वामी हैं, इसलिए यह गोचर भावनात्मक स्थिरता लाएगा। घर-परिवार में सुधार होगा पर माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। भूमि या वाहन संबंधी लाभ संभव है।
उपाय: घर के मंदिर में तांबे का दीपक जलाएं और सूर्य देव को अर्घ्य दें।
कन्या राशि (Virgo)
गोचर भाव: तृतीय भाव (3वां भाव)
आपके साहस और आत्मबल में वृद्धि होगी। भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। यात्रा से लाभ संभव है। जो लोग लेखन, संचार या मीडिया क्षेत्र से जुड़े हैं, उनके लिए यह समय विशेष रूप से शुभ रहेगा।
उपाय: तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें लाल पुष्प डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
तुला राशि (Libra)
गोचर भाव: द्वितीय भाव (2वां भाव)
सूर्य के नीचभंग से आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। वाणी में तेज़ी रहेगी, अतः शब्दों का चयन सोच-समझकर करें। पारिवारिक संबंधों में सुधार के योग हैं।
उपाय: रविवार को लाल वस्त्र धारण करें और खिचड़ी का दान करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
गोचर भाव: प्रथम भाव (लग्न)
सूर्य का आपके लग्न में प्रवेश आत्मबल और व्यक्तित्व में निखार लाएगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा, नेतृत्व क्षमता विकसित होगी। परंतु गुस्से और अहंकार से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपाय: रविवार को सूर्य को गुड़ मिले जल से अर्घ्य दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
धनु राशि (Sagittarius)
गोचर भाव: द्वादश भाव (12वां भाव)
विदेश यात्रा, खर्च या स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह समय आध्यात्मिक विकास और आत्मनिरीक्षण का है। अनावश्यक खर्चों से बचें।
उपाय: तांबे का सिक्का जल में प्रवाहित करें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
मकर राशि (Capricorn)
गोचर भाव: एकादश भाव (11वां भाव)
सूर्य का यह गोचर लाभकारी है। पुराने अटके कार्य पूरे होंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। उच्च अधिकारियों से लाभ संभव है। आय में वृद्धि के संकेत हैं।
उपाय: रविवार को सूर्य को लाल पुष्प व जल अर्पित करें और गरीबों को गेहूं दान करें।
कुम्भ राशि (Aquarius)
गोचर भाव: दशम भाव (10वां भाव)
यह गोचर करियर के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। पदोन्नति, सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी।
उपाय: सूर्य को गुड़ मिले जल से अर्घ्य दें और रविवार को तांबे का दान करें।
मीन राशि (Pisces)
गोचर भाव: नवम भाव (9वां भाव)
धार्मिक यात्राएं और भाग्य वृद्धि के योग हैं। पिता का सहयोग मिलेगा। उच्च शिक्षा, गुरु कृपा और सामाजिक सम्मान में वृद्धि होगी।
उपाय: रविवार को सूर्य देव के मंदिर में लाल वस्त्र और पुष्प चढ़ाएं।
निष्कर्ष
वृश्चिक राशि में सूर्य का प्रवेश आत्मविश्वास, गूढ़ ज्ञान और कर्मशीलता को बढ़ाने वाला रहेगा। यह गोचर जहां कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ लाएगा, वहीं कई जातकों को सफलता और उन्नति के अवसर भी प्रदान करेगा। नियमित रूप से सूर्य को अर्घ्य देना, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ और रविवार का व्रत इस अवधि में अत्यंत शुभफलकारी रहेगा।