घर के सामने है अशोक का वृक्ष? जानिए इससे जुड़ी ये 4 ज़रूरी बातें

अशोक का वृक्ष भारतीय संस्कृति में धार्मिक, आयुर्वेदिक और वास्तुशास्त्रीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि आजकल जो वृक्ष अधिकतर घरों के सामने लगे दिखाई देते हैं, वे अक्सर असली अशोक नहीं होते। तो क्या आप जानते हैं कि असली अशोक वृक्ष कैसा होता है? और इसके लाभ क्या हैं? आइए जानें अशोक के वृक्ष से जुड़ी चार अहम बातें।
1. अशोक के दो प्रकार के वृक्ष
अशोक वृक्ष मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
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असली अशोक वृक्ष (सराका इंडिका):
यह आम के पेड़ जैसा घना और छायादार होता है। इसके पत्ते तांबे के रंग के होते हैं, जिनके कारण इसे ‘ताम्रपल्लव’ कहा जाता है। वसंत ऋतु में इस पर नारंगी रंग के सुंदर फूल खिलते हैं, जो बाद में लाल हो जाते हैं। इन सुनहरे-लाल फूलों के कारण इसे ‘हेमपुष्पा’ भी कहा जाता है। -
कृत्रिम या सजावटी अशोक वृक्ष (पॉलीथिया लॉन्गीफोलिया):
यह लंबा, पतला और सीधे ऊपर की ओर बढ़ने वाला वृक्ष होता है। इसे अधिकतर घरों के सामने सजावटी उद्देश्यों से लगाया जाता है। इसके पत्ते आम की तरह होते हैं, जबकि फूल हल्के सफेद-पीले और फल लाल रंग के होते हैं। यह वृक्ष वास्तव में देवदार जाति का होता है, और यह असली अशोक नहीं है।
2. हिंदू धर्म में अशोक वृक्ष की मान्यता
अशोक वृक्ष का नाम ही दर्शाता है — “अशोक” यानी “शोक को दूर करने वाला”।
हिंदू धर्म में इसे अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। धार्मिक और मांगलिक कार्यों में इसके पत्तों का उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि घर में अशोक वृक्ष लगाने या इसकी जड़ को शुभ मुहूर्त में धारण करने से व्यक्ति के जीवन से दुख-दर्द और शोक समाप्त हो जाते हैं।
3. आयुर्वेद में अशोक का महत्व
आयुर्वेद में अशोक वृक्ष के अनेक औषधीय गुण बताए गए हैं। यह वृक्ष:
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वात, पित्त और कफ दोषों को संतुलित करता है
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अपच, तृषा (प्यास), सूजन, कृमि (कीड़े), विष, रक्त विकार और चर्म रोगों को दूर करता है
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महिलाओं के रोगों में विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसके रस से बनने वाली औषधियां स्त्री स्वास्थ्य के लिए प्रभावी मानी जाती हैं
4. अशोक वृक्ष लगाने की दिशा और लाभ
वास्तुशास्त्र के अनुसार, अशोक वृक्ष को घर की उत्तर दिशा में लगाना सबसे शुभ माना गया है। इससे:
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घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है
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मानसिक शांति और समृद्धि बनी रहती है
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नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं
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अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है
निष्कर्ष
अगर आपके घर के सामने अशोक जैसा दिखने वाला कोई वृक्ष है, तो यह जानना आवश्यक है कि वह असली अशोक है या नहीं। असली अशोक न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ होता है, बल्कि यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है। यदि इसे सही दिशा में लगाया जाए और इसकी देखभाल की जाए, तो यह घर के वातावरण को सुखद, शांतिपूर्ण और समृद्ध बना सकता है।