मंगल का अस्त होना 7 नवंबर 2025 — राशिवार प्रभाव और उपाय

मंगल का अस्त होना 7 नवंबर 2025 — राशिवार प्रभाव और उपाय

भूमिका:
युद्ध, साहस और पराक्रम के अधिपति मंगल ग्रह वर्तमान में अपनी स्वराशि वृश्चिक में स्थित हैं। लेकिन 7 नवंबर 2025 को वे इसी राशि में रहते हुए अस्त (Combust) हो जाएंगे। जब कोई ग्रह अस्त होता है तो उसकी शक्ति कुछ समय के लिए क्षीण हो जाती है, जिससे उससे संबंधित फल कमजोर पड़ने लगते हैं। मंगल का अस्त होना साहस, आत्मविश्वास, भूमि, वाहन, भाई-बंधु, ऊर्जा और निर्णय क्षमता से जुड़े मामलों पर प्रभाव डाल सकता है। यह अवधि लगभग 40 दिनों तक रहेगी, जिसके बाद मंगल पुनः उदय होंगे।

ज्योतिषीय अर्थ:
मंगल के अस्त काल में व्यक्ति के निर्णयों में उतावलापन बढ़ सकता है, क्रोध और आक्रोश पर नियंत्रण रखना आवश्यक होगा। इस दौरान भूमि-गृह निर्माण, वाहन खरीद या कानूनी विवादों से संबंधित कार्यों को टालना शुभ रहेगा। विशेष रूप से जिनकी कुंडली में मंगल लग्नेश या कर्मेश हैं, उन्हें इस अवधि में सावधानी रखनी चाहिए।

12 राशियों पर मंगल अस्त का विस्तृत प्रभाव, भाव स्थिति एवं उपाय

मेष राशि (Aries)

भाव स्थिति: मंगल आपकी लग्न राशि के स्वामी हैं और इस समय अष्टम भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: अचानक तनाव, मानसिक बेचैनी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। रिश्तों में असहजता महसूस हो सकती है।
उपाय:

  • मंगलवार को हनुमान जी को लाल पुष्प अर्पित करें।
  • “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • लाल वस्त्र या गुड़ का दान करें।

वृषभ राशि (Taurus)

भाव स्थिति: मंगल सप्तम भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है। जीवनसाथी से अनबन या किसी साझेदारी में मतभेद संभव हैं। कानूनी मामलों में सतर्क रहें।
उपाय:

  • मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • किसी भी झगड़े में संयम बरतें।
  • तांबे का सिक्का बहते जल में प्रवाहित करें।

मिथुन राशि (Gemini)

भाव स्थिति: मंगल षष्ठ भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: शत्रु या प्रतियोगी सक्रिय हो सकते हैं, परंतु धैर्य से काम लेने पर सब नियंत्रण में रहेगा। पेट संबंधी परेशानी संभव है।
उपाय:

  • मंगलवार को गुड़ और चना गरीबों में बाँटें।
  • नियमित व्यायाम करें और खानपान पर ध्यान दें।
  • हनुमान मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

कर्क राशि (Cancer)

भाव स्थिति: मंगल पंचम भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: प्रेम संबंधों में तनाव, बच्चों की शिक्षा में कठिनाई या निवेश में नुकसान की आशंका रहेगी। भावनात्मक अस्थिरता बढ़ सकती है।
उपाय:

  • मंगलवार को लाल फूल से हनुमान जी की पूजा करें।
  • बच्चों को मिठाई खिलाएं।
  • “ॐ अङ्गारकाय नमः” मंत्र का जाप करें।

सिंह राशि (Leo)

भाव स्थिति: मंगल चतुर्थ भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: गृह कलह, वाहन संबंधी समस्या या माता के स्वास्थ्य में गिरावट संभव है। घरेलू कामों में रुकावटें आ सकती हैं।
उपाय:

  • मंगलवार को लाल वस्त्र या गुड़ दान करें।
  • माता की सेवा करें।
  • घर में हनुमान चालीसा का पाठ करें।

कन्या राशि (Virgo)

भाव स्थिति: मंगल तृतीय भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: साहस में कमी, भाइयों से मतभेद और यात्राओं में बाधाएं आ सकती हैं। मानसिक थकान संभव है।
उपाय:

  • मंगलवार को कुत्ते को गुड़ लगी रोटी खिलाएं।
  • हनुमान मंदिर जाएं और बजरंग बाण का पाठ करें।
  • किसी के साथ वाद-विवाद न करें।

तुला राशि (Libra)

भाव स्थिति: मंगल द्वितीय भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: वाणी पर नियंत्रण रखें, आर्थिक स्थिति में अस्थिरता आ सकती है। परिवार के बुजुर्गों से मतभेद हो सकता है।
उपाय:

  • मंगलवार को लाल चंदन से तिलक करें।
  • मीठे शब्दों का प्रयोग करें।
  • किसी जरूरतमंद को लाल फल (सेब, अनार) दान करें।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

भाव स्थिति: मंगल आपकी स्वराशि और लग्न भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: आत्मबल में कमी और मानसिक बेचैनी बढ़ सकती है। स्वास्थ्य कमजोर पड़ सकता है। बड़े निर्णय टालना उचित रहेगा।
उपाय:

  • “ॐ अङ्गारकाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • मंगलवार को मसूर दाल का दान करें।
  • अपने भीतर का गुस्सा नियंत्रित रखें।

धनु राशि (Sagittarius)

भाव स्थिति: मंगल द्वादश भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: खर्चों में वृद्धि और नींद की समस्या बढ़ सकती है। मानसिक बेचैनी, विदेश या यात्रा से जुड़ी कठिनाई संभव है।
उपाय:

  • मंगलवार को हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं।
  • जरूरतमंद को लाल वस्त्र दान करें।
  • ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।

मकर राशि (Capricorn)

भाव स्थिति: मंगल एकादश भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: लाभ में कमी और मित्रों से दूरी बन सकती है। योजनाओं में देरी हो सकती है।
उपाय:

  • मंगलवार को गरीब बच्चों में लाल मिठाई बांटें।
  • कार्यों को योजनाबद्ध ढंग से करें।
  • “ॐ भौमाय नमः” मंत्र का जाप करें।

कुंभ राशि (Aquarius)

भाव स्थिति: मंगल दशम भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: कार्यस्थल पर तनाव, वरिष्ठों से मतभेद या पद-प्रतिष्ठा में कमी हो सकती है। करियर में ठहराव महसूस होगा।
उपाय:

  • मंगलवार को हनुमान मंदिर जाएं।
  • तांबे के पात्र में जल रखकर सूर्य को अर्घ्य दें।
  • लाल रंग के कपड़े धारण करें।

मीन राशि (Pisces)

भाव स्थिति: मंगल नवम भाव में अस्त होंगे।
प्रभाव: भाग्य का साथ कम मिलेगा। गुरुजनों से मतभेद या धार्मिक कार्यों में रुकावट संभव है। लंबी यात्रा टालना बेहतर रहेगा।
उपाय:

  • मंगलवार को लाल कपड़ा या फल दान करें।
  • “ॐ अङ्गारकाय नमः” मंत्र का जाप करें।
  • पितरों की सेवा और आशीर्वाद लें।

समापन सार:

मंगल का अस्त काल आत्मसंयम और धैर्य का समय है। इस अवधि में कोई बड़ा निर्णय न लें, क्रोध पर नियंत्रण रखें और मंगलवार को मंगल देव की आराधना करें। मंगल के पुनः उदय होने के बाद साहस, पराक्रम और ऊर्जा फिर से प्रबल रूप में दिखाई देगी।