राहु का शतभिषा नक्षत्र गोचर (23 Nov 2025 – 2 Aug 2026)

राहु का शतभिषा नक्षत्र गोचर (23 Nov 2025 – 2 Aug 2026)

23 नवंबर 2025 को राहु अपने स्वयं के शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं, और 2 दिसंबर 2025 को नक्षत्र के पदों में पूर्ण रूप से गोचर करते हुए 2 अगस्त 2026 तक यहीं स्थित रहेंगे। शतभिषा नक्षत्र वरुण (Varuna) देवता द्वारा संचालित है और इसका मुख्य गुण है—गोपनीयता, अनुसंधान, चिकित्सा, रहस्य, समाधान और आध्यात्मिक परिवर्तन। राहु इस नक्षत्र का स्वामी होने के कारण यहां अत्यंत प्रभावशाली हो जाते हैं। यह अवधि मनुष्य को नई दिशाओं में ले जाने वाली, अनपेक्षित अवसरों से भरपूर और गहन मानसिक परिवर्तन देने वाली मानी जाती है।

राहु जब अपने नक्षत्र में होता है, तो वह व्यक्ति की जिज्ञासा, विश्लेषण क्षमता और छिपे हुए ज्ञान को समझने की शक्ति बढ़ाता है। विज्ञान, तकनीक, आयुर्वेद-चिकित्सा, शोधकार्य, ज्योतिष, गुप्तविद्या, राजनीतिक रणनीति और तकनीकी क्षेत्रों में नए आविष्कार व क्रांतिकारी बदलाव संभव हैं। समाज में भी कुछ अप्रत्याशित घटनाएँ, बड़े खुलासे, गोपनीय योजनाओं का सामने आना और स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोजों के संकेत मिलेंगे।

शतभिषा नक्षत्र ‘हजार चिकित्सकों का समूह’ कहलाता है, इसलिए रोग और उसके उपचार दोनों का चरम रूप देखने को मिल सकता है। कुछ जातकों के लिए यह अवधि जीवन में बड़े ब्रेकथ्रू, विदेशी संपर्क, डिजिटल करियर, राजनीति और शोध कार्य में उपलब्धि ला सकती है, जबकि कुछ के लिए मानसिक दबाव, अकेलापन और अनिश्चितता भी बढ़ा सकती है।

इस अवधि में सत्य को जानने का दृढ़ संकल्प और भीतर की शक्ति प्रबल होती है। आध्यात्मिक अभ्यास, ध्यान, योग और मनोवैज्ञानिक समझ बहुत लाभ देगी। कुल मिलाकर यह समय परिवर्तन, जागरूकता और आत्म-चिंतन का है—जहाँ राहु आपको आपकी राह दिखाएगा, लेकिन भ्रम से बाहर निकलने के लिए धैर्य व विवेक जरूरी होगा।

 

मेष राशि – 

गोचर भाव – 11वां भाव (Labha Bhava | आय, लाभ, मित्र, इच्छाएँ, नेटवर्किंग)

राहु का अपने ही शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश मेष राशि वालों के लिए अत्यंत शक्तिशाली और कई बड़े अवसरों से भरा हुआ समय लेकर आ रहा है। 11वां भाव आपकी इच्छाएँ, लाभ, नेटवर्क, बड़े लक्ष्य, सामाजिक प्रतिष्ठा और बड़े आर्थिक फायदों का प्रतिनिधित्व करता है—और जब राहु यहाँ आता है तो आकस्मिक लाभ, बड़े कनेक्शन और अभूतपूर्व प्रगति के अवसर सामने आते हैं।

इस अवधि में आपकी सोची हुई कई इच्छाएँ पूरी हो सकती हैं। करियर में अचानक उछाल, नए स्रोतों से पैसा, बड़े क्लाइंट, सोशल मीडिया या पब्लिक प्लेटफॉर्म पर चमकने के योग बनेंगे। यदि आप बिज़नेस करते हैं तो यह समय विदेशी संपर्कों, आयात-निर्यात, डिजिटल मार्केटिंग, टेक प्रोजेक्ट्स और नेटवर्क आधारित व्यापार के लिए अत्यंत लाभकारी है।

मित्रों का दायरा बढ़ेगा, लेकिन ध्यान रखें—हर नया दोस्त भरोसेमंद हो, ऐसा जरूरी नहीं। राहु भ्रम भी देता है, इसलिए नए लोगों पर बहुत जल्दी विश्वास न करें। राजनीति से जुड़े लोग बड़े पद या महत्वपूर्ण भूमिका पा सकते हैं।

धन लाभ अचानक होगा—शेयर मार्केट, क्रिप्टो, कमिशन, बोनस या बड़ी डील से पैसा आ सकता है, लेकिन लालच के कारण नुकसान होने की भी संभावना है।
परिवार में किसी की ओर से आर्थिक मदद या कोई शुभ समाचार मिल सकता है।

स्वास्थ्य:
सिरदर्द, नींद की कमी, हाई BP, तनाव या अधिक सोचने की समस्या बढ़ सकती है। डिजिटल ओवरलोड से बचें।

प्रेम और वैवाहिक जीवन:
कोई नया रिश्ता बन सकता है, या किसी पुरानी गलतफहमी का अंत हो सकता है। विवाहित लोगों को ससुराल पक्ष से लाभ मिलेगा, लेकिन ईगो टकराव से बचना होगा।

क्या सावधानियाँ रखें?

  • गलत लोगों से दूरी
  • लालच में जोखिम न लें
  • रात को देर तक स्क्रीन यूज़ कम करें
  • अपने लक्ष्य बदलने की आदत पर नियंत्रण रखें

उपाय:

  • शनिवार को सरसों का तेल दान करें
  • ऊँ राहवे नमः का 108 बार जाप
  • नीले और काले रंग के कपड़ों का कम उपयोग
  • एकाग्रता के लिए प्रतिदिन 10 मिनट ध्यान

यह गोचर मेष राशि वालों को बड़े अवसर देता है—बस विवेक और स्थिरता बनाए रखें।

 

वृषभ राशि – 

गोचर भाव – 10वां भाव (कर्म, करियर, पद, प्रतिष्ठा, कार्यक्षेत्र, पिता)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर वृषभ राशि वालों के लिए करियर के क्षेत्र में बड़े बदलाव, अचानक उछाल और नई दिशाओं का संकेत देता है। 10वां भाव आपकी प्रोफेशनल पहचान, प्रतिष्ठा, पद, जिम्मेदारियाँ और उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करता है। राहु यहाँ प्रवेश करके आपको ऐसे अवसर दिलाएगा, जिन्हें आपने पहले कभी कल्पना भी न की हो।

करियर व प्रोफेशनल जीवन

यह समय नौकरीपेशा लोगों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। बड़े प्रोजेक्ट, नई जिम्मेदारियाँ, पदोन्नति, नई टीम का नेतृत्व, अथवा किसी प्रतिष्ठित संस्था के साथ काम करने का अवसर मिल सकता है।
राहु का प्रभाव तकनीकी क्षेत्रों—IT, डिजिटल मीडिया, विज्ञान, राजनीतिक रणनीति, रिसर्च, फॉरेन कंपनी, मल्टीनेशनल, ऑडिट, विश्लेषणात्मक कार्य—में अभूतपूर्व सफलता देगा।

लेकिन राहु एक चुनौती भी लाता है—जल्दबाजी, भ्रम और अचानक निर्णय। आपकी कुंडली मजबूत हो तो यह समय आपको करियर में शिखर तक ले जा सकता है, अन्यथा बार-बार दिशा बदलने, नौकरी छोड़ने या गलत अवसर पकड़ने की वजह से नुकसान भी हो सकता है।
इसलिए किसी भी करियर-निर्णय से पहले अनुभवी लोगों से सलाह आवश्यक है।

व्यवसाय (बिज़नेस)

व्यवसाय करने वालों को नए कॉन्ट्रैक्ट, विदेशी क्लाइंट और डिजिटल व्यापार से अपार लाभ होगा।
लेकिन साझेदारी में विवाद, गलत निवेश या कागजी धोखे की संभावना भी है।
अपनी रणनीति और योजनाओं को गोपनीय रखें।

धन और आर्थिक स्थिति

आय में वृद्धि और प्रतिष्ठा बढ़ने के कारण धन लाभ निश्चित है, परंतु खर्च भी बढ़ेंगे—विशेषकर ऑफिस, पब्लिसिटी, स्टाफिंग या डिजिटल अपग्रेड पर।
शेयर मार्केट में उतार–चढ़ाव रहेंगे, इसलिए लालच में जल्दी निवेश न करें।

परिवार व पिता का स्वास्थ्य

10वां भाव पिता को भी दर्शाता है।
पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक होगा।
घर-परिवार में आपके करियर की वजह से व्यस्तता बढ़ेगी, जिससे समय दे पाना मुश्किल हो सकता है।

प्रेम व विवाह

कार्यभार बढ़ने के कारण रिश्तों पर कम ध्यान जा सकता है।
सिंगल जातकों को अपने ही कार्यक्षेत्र में किसी खास व्यक्ति से आकर्षण हो सकता है।

स्वास्थ्य

घबराहट, नींद में कमी, माइग्रेन, तनाव बढ़ सकता है।
नियमित दिनचर्या रखें।

उपाय

  • माता-पिता की सेवा करें
  • शनिवार को उड़द दाल दान करें
  • सूर्य को जल चढ़ाएँ
  • रात्रि में 10 मिनट ध्यान

यह गोचर वृषभ राशि वालों के लिए करियर में जीवन बदल देने वाला समय साबित हो सकता है—बस जल्दबाजी और भ्रम से बचकर चलें।

 

मिथुन राशि – 

गोचर भाव – 9वां भाव (भाग्य, धर्म, उच्च शिक्षा, गुरु, पिता, लंबी यात्राएँ)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश मिथुन राशि वालों के लिए भाग्य के क्षेत्र में बड़े उलटफेर, अचानक अवसर, तथा जीवन–दृष्टि में गहरा परिवर्तन लेकर आता है। 9वां भाव वह स्थान है जहाँ राहु जब प्रवेश करता है तो व्यक्ति के भाग्य को असामान्य तरीकों से सक्रिय कर देता है—कभी अपेक्षा से अधिक सफलता, तो कभी अप्रत्याशित चुनौतियाँ।

भाग्य और जीवन-दृष्टि

इस गोचर के दौरान आपका भाग्य अनोखे ढंग से सक्रिय होगा।
ऐसे अवसर मिलेंगे जहाँ आप बिल्कुल नहीं सोच रहे थे।
लेकिन राहु भाग्य में भ्रम भी लाता है—कई बार ऐसा लगेगा कि चीजें हाथ आती दिख रही हैं पर अंतिम समय में बदल जाती हैं।
इसलिए धैर्य बहुत महत्वपूर्ण है।

यह अवधि आपको आध्यात्मिकता, दर्शन, योग, ध्यान या किसी गहरे रहस्यात्मक विषय की ओर आकर्षित कर सकती है। किसी गुरु, विद्वान या आध्यात्मिक व्यक्ति से मुलाकात जीवन बदलने वाली हो सकती है।

उच्च शिक्षा और रिसर्च

जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा, पीएचडी, शोध, विदेश शिक्षा, तकनीकी अध्ययन, दार्शनिक विषय या विज्ञान में आगे बढ़ना चाहते हैं—उनके लिए यह समय अत्यंत शुभ है।
अचानक किसी प्रतिष्ठित संस्थान में एडमिशन का अवसर मिल सकता है।
विदेश यात्रा के योग भी प्रबल हैं।

करियर और प्रोफेशन

भाग्य आपका साथ देगा, लेकिन राहु जल्दबाजी भी करवाता है।
आप नए क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं—जैसे डिजिटल टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस, रिसर्च, पब्लिक रिलेशन्स, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार या यात्रा संबंधित कार्य।
राजनीति से जुड़े लोगों को नए अवसर और समर्थन मिल सकता है।
हालांकि किसी गुरु, वरिष्ठ या अधिकारी से विवाद संभव है—संवाद मर्यादित रखें।

परिवार और पिता

पिता के स्वास्थ्य या उनके जीवन में कोई बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है।
उनके साथ विचारों का टकराव बढ़ सकता है, इसलिए संयम बरतें।

धन और आर्थिक स्थिति

आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, लेकिन भाग्य पर अत्यधिक निर्भर होना नुकसान दे सकता है।
नए क्षेत्र या विदेश से आय के अवसर भी प्रबल हैं।

स्वास्थ्य

मानसिक तनाव, ओवरथिंकिंग, नींद की कमी, स्किन एलर्जी, और यात्रा संबंधी थकान संभव है।
योग व ध्यान लाभ देंगे।

प्रेम और संबंध

लंबी दूरी का प्रेम संबंध बन सकता है।
जो पहले से रिलेशन में हैं, वे किसी वैचारिक मतभेद के कारण तनाव महसूस कर सकते हैं।

उपाय

  • पीपल की जड़ में दीपक जलाएं
  • माता-पिता के चरण स्पर्श करें
  • भागवत गीता का 12वां अध्याय पढ़ें
  • गुरुजनों का सम्मान करें

यह गोचर आपको मानसिक, आध्यात्मिक और भाग्यगत स्तर पर गहरी उन्नति देगा—यदि आप विवेक और धैर्य बनाए रखें।

 

कर्क राशि – 

गोचर भाव – 8वां भाव (रहस्य, परिवर्तन, गुप्त ज्ञान, रोग, आयु, शोध, इनहेरिटेंस)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर कर्क राशि वालों के लिए जीवन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण, परिवर्तनकारी और रहस्यमय समय लेकर आता है। 8वां भाव वह स्थान है जहाँ राहु व्यक्ति के जीवन को गहराई से हिलाकर रख देता है—कभी अप्रत्याशित घटनाएँ, कभी अचानक लाभ, और कभी अचानक हानि। यह समय पूरी तरह से मनोवैज्ञानिक, आध्यात्मिक और जीवन-परिवर्तनकारी रहता है।

गहरे परिवर्तन और रहस्य

आपके भीतर गहन बदलाव आएंगे।
आप चीजें सतही रूप से नहीं देखेंगे, बल्कि हर परिस्थिति के छिपे हुए पहलू को समझने की कोशिश करेंगे।
इस दौरान आपकी रुचि ज्योतिष, तंत्र, ध्यान, मनोविज्ञान, चिकित्सा, शोध या किसी गूढ़ विषय में बढ़ सकती है।

यह समय वह है जब व्यक्ति आत्मज्ञान, आध्यात्मिक प्रगति और गहरी समझ प्राप्त करता है—लेकिन यह मार्ग अक्सर कठिनाईयों से होकर गुजरता है।

धन, इनहेरिटेंस और गुप्त लाभ

अचानक धन लाभ, बीमा, टैक्स, इनहेरिटेंस, या किसी पुराने विवाद का समाधान मिल सकता है।
लेकिन राहु अनिश्चितता भी पैदा करता है—इसलिए लालच या जोखिम से बचें।
गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं, इसलिए अपने निर्णय किसी से साझा न करें।

करियर और कार्यक्षेत्र

कार्यस्थल पर पर्दे के पीछे चलने वाली गतिविधियाँ बढ़ेंगी।
सहकर्मी आपकी पीठ पीछे बातें कर सकते हैं, इसलिए सावधानी रखें।
शोध, मेडिकल, साइंटिफिक, मिस्ट्री, इन्क्वायरी, साइबर सिक्योरिटी, या इंटेलिजेंस क्षेत्र में कार्यरत लोगों को बड़ी सफलता मिलेगी।

जो नौकरी बदलना चाहते हैं, उनके लिए यह समय हड़बड़ी वाला नहीं, बल्कि रणनीति से आगे बढ़ने वाला है।

स्वास्थ्य

8वें भाव का राहु स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव ला सकता है।
संभावित समस्याएँ:

  • पेट/आंतों की समस्या
  • हॉर्मोनल इम्बैलेंस
  • मानसिक तनाव
  • नींद की समस्या
  • अचानक थकावट

ध्यान और योग बहुत लाभ देंगे।

परिवार और संबंध

यह अवधि भावनात्मक उतार-चढ़ाव ला सकती है।
किसी पारिवारिक रहस्य का खुलासा हो सकता है या किसी संबंध में सच्चाई सामने आ सकती है।
जीवनसाथी के साथ अधिक समझदारी की जरूरत होगी।

प्रेम संबंध

रहस्यमय आकर्षण बढ़ेगा।
कुछ जातकों का गुप्त प्रेम संबंध बन सकता है—परंतु यह जोखिमपूर्ण रहेगा।

उपाय

  • रोज़ नारियल जल में प्रवाहित करें
  • किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र वाले व्यक्ति से दूरी रखें
  • ‘ॐ नमः शिवाय’ का नियमित जाप
  • घर में साफ-सफाई और सुगंध बनाए रखें

यह गोचर कर्क राशि वालों के लिए जीवन-परिवर्तनकारी सिद्ध होगा—अंतर्यात्रा, आध्यात्मिक उन्नति, और अपने वास्तविक स्व को समझने का श्रेष्ठ समय।

 

सिंह राशि – 

गोचर भाव – 7वां भाव (विवाह, साझेदारी, व्यापारिक संबंध, सार्वजनिक छवि, विदेश संबंध)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर सिंह राशि वालों के लिए विवाह, साझेदारी और पब्लिक इमेज के क्षेत्र में बड़े बदलाव लेकर आता है। 7वां भाव आपके दांपत्य जीवन, बिज़नेस पार्टनरशिप, ग्राहक संबंध और सामूहिक कार्यों का प्रतिनिधित्व करता है। राहु यहाँ पर परिणाम को तेज, असामान्य, और कई बार अप्रत्याशित बना देता है।

विवाह और दांपत्य जीवन

इस गोचर में दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव की संभावना है।
आप और जीवनसाथी के बीच विचारों का मतभेद बढ़ सकता है, जिससे अनावश्यक विवाद हो सकते हैं।
राहु भ्रम, ईगो और गलतफहमियाँ पैदा करता है—इसलिए संवाद पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।
कुछ जातकों को जीवनसाथी पर संदेह या असुरक्षा की भावना हो सकती है।
यदि रिश्ते में पहले से तनाव है, तो यह समय उसे और संवेदनशील बना सकता है।

सकारात्मक पक्ष यह है कि जिनके रिश्ते मजबूत हैं, वे इस दौर में एक-दूसरे की कमियाँ समझकर और भी नज़दीक आ सकते हैं।

व्यवसाय और साझेदारी

साझेदारी में काम करने वालों के लिए यह गोचर महत्वपूर्ण है।
आपको नए क्लाइंट, नए पार्टनर या विदेश से जुड़े प्रोजेक्ट मिल सकते हैं।
ऑनलाइन बिज़नेस, डिजिटल मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी-केंद्रित व्यापार, कंसल्टेंसी, पब्लिक रिलेशन्स का विस्तार होगा।

लेकिन सावधानी —

  • गलत लोगों पर भरोसा न करें
  • दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें
  • पार्टनर की नीयत और पारदर्शिता पर नज़र रखें

राहु अचानक लाभ भी दिलाता है, लेकिन उतनी ही तेजी से संकट भी ला सकता है यदि विवेक का साथ न हो।

पब्लिक इमेज और सोशल लाइफ

यह समय आपकी पब्लिक इमेज को बड़ा बना सकता है।
आप लोगों के बीच चर्चा का विषय बन सकते हैं—कभी अच्छे कारण से, कभी गलत कारण से।
राजनीति, मीडिया, कला, सोशल मीडिया या समाजसेवा से जुड़े लोगों को भारी प्रसिद्धि मिल सकती है।

स्वास्थ्य

मानसिक तनाव, रक्तचाप, त्वचा समस्या, हॉर्मोनल असंतुलन, या माइग्रेन बढ़ सकता है।
राहु के कारण चिंता और बेचैनी तीव्र होती है, इसलिए ध्यान लाभकारी रहेगा।

प्रेम संबंध

नई मुलाकातें संभव हैं, लेकिन ये रिश्ते स्थायी होंगे ऐसा नहीं कहा जा सकता।
गुप्त प्रेम संबंध के योग भी बनते हैं—जो बाद में समस्या दे सकते हैं।

उपाय

  • सफेद चंदन का तिलक
  • शनिवार या सोमवार को काले तिल दान
  • जीवनसाथी को एक छोटा उपहार देकर खुश रखें
  • ‘ॐ नमः शिवाय’ का जप

यह गोचर सिंह राशि वालों के लिए रिश्तों का परीक्षण, समझ का विस्तार और व्यापारिक अवसरों का समय है—विवेक व संयम से यह समय अत्यंत फलदायी बन सकता है।

 

कन्या राशि – 

गोचर भाव – 6वां भाव (शत्रु, रोग, ऋण, प्रतियोगिता, सेवा, प्रयास, नौकरी)

कन्या राशि वालों के लिए राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर अत्यंत विशेष माना जाता है, क्योंकि यह आपके 6वें त्रिक भाव में पड़ता है—जहाँ राहु का प्रभाव कई मामलों में सकारात्मक सिद्ध होता है। 6वें भाव में राहु आपकी क्षमता, संघर्ष करने की शक्ति और प्रतिस्पर्धा में जीतने की योग्यता को कई गुना बढ़ा देता है। यह समय आपको शत्रुओं पर विजय, कानूनी मामलों में राहत, नौकरी में प्रगति, और रोगों से उबरने की शक्ति देगा।

करियर और कार्यक्षेत्र

नौकरीपेशा जातकों के लिए यह गोचर बड़ी उपलब्धियों का समय है।
आप कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य से काम करेंगे और अपनी बुद्धिमत्ता व विश्लेषण क्षमता से विरोधियों को मात देंगे।
आपके कार्य की सराहना होगी और प्रमोशन या नई नियुक्ति की संभावनाएँ भी बनेंगी।
सरकारी नौकरी, बैंक, मेडिकल, क़ानून, पुलिस, प्रशासन, शोध, विश्लेषण, IT सपोर्ट, हेल्थकेयर—इन क्षेत्रों में असाधारण सफलता मिल सकती है।

किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को यह समय विजय दिला सकता है।

धन और ऋण

यदि आप कर्ज़ में हैं, तो उससे छुटकारा मिलने के योग बनेंगे।
लेकिन राहु कुछ समय के लिए अनावश्यक खर्च भी करा सकता है—विशेषकर दवा, रिपेयर, स्टाफ या कोर्ट फाइलिंग पर।
अचानक वित्तीय लाभ संभव है, लेकिन जोखिम वाले निवेश से बचें।

स्वास्थ्य

6वें भाव में राहु रोगों को बढ़ाने नहीं, बल्कि उनसे लड़ने की क्षमता देता है।
पुरानी बीमारी में सुधार होगा।
फिर भी सावधानी—

  • पेट, आंत, गैस
  • एलर्जी
  • त्वचा रोग
  • बेचैनी, माइग्रेन

मानसिक तनाव और ओवरथिंकिंग कन्या राशि की समस्या रहती है—राहु इसे थोड़ा बढ़ा सकता है।

शत्रु और प्रतियोगिता

आपके विरोधी सक्रिय होंगे, लेकिन आपको हरा नहीं पाएंगे।
आप उनसे समझदारी, रणनीति और चतुराई से जीत हासिल करेंगे।
कानूनी मामलों, कोर्ट केस या विवाद में भी सफलता के योग हैं।

प्रेम और संबंध

यह क्षेत्र थोड़ा संघर्षपूर्ण रह सकता है क्योंकि आपका पूरा फोकस कार्य और चुनौतियों पर रहेगा।
आपके कटु वचनों से रिश्तों में दूरी आ सकती है—वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है।

उपाय

  • हरी मूंग दाल दान करें
  • हनुमान चालीसा का पाठ
  • रोज़ 10 मिनट प्राणायाम
  • ईमानदारी और सेवा भावना बढ़ाएं

यह गोचर कन्या राशिवालों के लिए संघर्ष में जीत, आत्मविश्वास में वृद्धि और जीवन की कठिन परिस्थितियों से बाहर निकलने का बेहतरीन समय है। विवेक और धैर्य से यह अवधि बहुत शुभ सिद्ध होगी।

 

तुला राशि – 

गोचर भाव – 5वां भाव (बुद्धि, शिक्षा, प्रेम, सन्तान, सृजनात्मकता, निर्णय क्षमता)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर तुला राशि वालों के लिए मानसिक, बौद्धिक और भावनात्मक स्तर पर बड़े बदलाव लेकर आता है। 5वां भाव वह स्थान है जहाँ राहु व्यक्ति की बुद्धि को असाधारण बनाता है—कभी बहुत तीक्ष्ण, कभी अत्यधिक भ्रमित। इसलिए यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण और घटनापूर्ण रहेगा।

बुद्धि, निर्णय क्षमता और सृजनात्मकता

आपकी मानसिक क्षमता बढ़ेगी।
आप जटिल समस्याओं को हल करने में माहिर हो जाएंगे।
नई सोच, नवीनता और रचनात्मकता बढ़ेगी।
टेक्नोलॉजी, डिजाइन, लेखन, शिक्षा, मनोरंजन, मीडिया, मार्केटिंग और रिसर्च से जुड़े लोगों को अचानक सफलता मिल सकती है।

लेकिन राहु बुद्धि में भ्रम भी ला सकता है—कई बार निर्णय बहुत तेजी से लेंगे और बाद में पछतावा हो सकता है।
इसलिए किसी भी निर्णय से पहले दो बार सोचें।

शिक्षा और विद्यार्थी

जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षा, रिसर्च, उच्च शिक्षा या तकनीकी पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए यह समय अत्यंत शुभ है।
बौद्धिक शक्ति बढ़ेगी और याददाश्त मजबूत होगी।
अचानक किसी परीक्षा में शानदार सफलता मिल सकती है।

प्रेम और रोमांस

प्रेम संबंध इस गोचर का सबसे संवेदनशील क्षेत्र है।
राहु आकर्षण बढ़ाएगा, जिससे किसी अनोखे या अलग तरह के व्यक्ति की ओर खिंचाव हो सकता है।
लेकिन यह आकर्षण स्थायी हो, ऐसा जरूरी नहीं।
रिश्तों में गलतफहमी, इगो, शक और भावनात्मक भ्रम पैदा हो सकता है।

जो जातक पहले से रिलेशन में हैं, उन्हें अपने साथी को समय देना होगा।
गुप्त प्रेम संबंध या सोशल मीडिया आधारित रिश्तों से सावधान रहें।

सन्तान और परिवार

सन्तान संबंधी चिंता बढ़ सकती है।
यदि बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, तो उसकी प्रगति के लिए यह समय अच्छा है—लेकिन भावनात्मक उतार-चढ़ाव अधिक रहेंगे।
जो दंपत्ति संतान चाहते हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए—क्योंकि राहु उतार-चढ़ाव ला सकता है।

करियर और वित्त

रचनात्मक क्षेत्रों, शिक्षा, कंसल्टेंसी, डिजिटल सेक्टर, शेयर मार्केट, ऑनलाइन कार्यों में बड़ा लाभ संभव है।
लेकिन जोखिम और स्पेक्युलेशन से बचें।
राहु लालच देकर निर्णय गलत करवाता है।

स्वास्थ्य

मानसिक थकान, तनाव, नींद में कमी, हॉर्मोनल असंतुलन, और पेट से जुड़ी समस्या संभव है।
ध्यान और योग बहुत आवश्यक रहेगा।

उपाय

  • गाय को हरा चारा खिलाएँ
  • ‘ॐ क्लीं कृष्णाय नमः’ का जाप
  • नशे या किसी भी प्रकार के लालच से दूर रहें
  • मैली सोच और नकारात्मक विचारों से दूरी

यह गोचर तुला राशि वालों के लिए बुद्धि, प्रेम और सृजनात्मकता का अत्यंत शक्तिशाली समय है—यदि विवेक और संयम रखा जाए तो अद्भुत उपलब्धियाँ और आत्मविकास संभव है।

 

 

वृश्चिक राशि – 

गोचर भाव – 4वां भाव (घर, मातृत्व, वाहन, संपत्ति, मानसिक शांति, सुख, स्थिरता)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मन, घर-परिवार और संपत्ति संबंधी मामलों में बड़े परिवर्तन लेकर आता है। 4th भाव आपकी जड़ों, घर, माता, घरेलू माहौल और मानसिक स्थिरता को दर्शाता है। राहु यहाँ गोपनीय बदलाव, अचानक घटनाएँ और मानसिक बेचैनी लेकर आ सकता है — परंतु साथ ही यह समय नए अवसर और स्थायी संपत्ति निर्माण में भी सहायक है।

घर-परिवार और घरेलू जीवन

घर के वातावरण में अचानक परिवर्तन आ सकता है।
स्थान परिवर्तन, घर की मरम्मत, नवीनीकरण, किराएदार बदलना, या किसी बड़े घरेलू निर्णय का समय हो सकता है।
माता से जुड़ी चिंता या उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, इसलिए विशेष ध्यान देना जरूरी है।

राहु गोचर के कारण परिवार में गलतफहमी और भावनात्मक उतार-चढ़ाव बढ़ सकते हैं। शांत रहकर संवाद करना आवश्यक है।

संपत्ति, भूमि और वाहन

यह गोचर घर, मकान, जमीन और वाहन से जुड़े मामलों में बड़े अवसर ला सकता है।
अचानक कोई संपत्ति मिलने, खरीदने या बेचने का योग बन सकता है।
लेकिन राहु भ्रम देता है — इसलिए कागजों की जांच पूरी तरह करें।
जल्दबाजी में किसी भी डील पर हस्ताक्षर न करें।

वाहन चलाते समय सावधानी बहुत जरूरी है, खासतौर पर बारिश या यात्रा के दौरान।

मानसिक स्थिति और भावनात्मक परिवर्तन

यह वह क्षेत्र है जहाँ राहु सबसे अधिक प्रभाव डालता है।

  • ज्यादा सोच
  • अचानक बेचैनी
  • नींद कम होना
  • पुराने भावनात्मक घावों का उभरना
  • घर की जिम्मेदारियों का बढ़ जाना

ये सब राहु के कारण संभव है।
ध्यान, योग, और अकेले में समय बिताना राहत देगा।

करियर और कार्य

चूंकि 4वां भाव आपके 10वें भाव का विपरीत है, इसलिए करियर में भी असर होगा।
काम का दबाव बढ़ सकता है।
कार्यस्थल का माहौल कुछ समय के लिए अशांत हो सकता है।
बॉस या वरिष्ठ से मतभेद संभव है।
लेकिन यह अवधि आपको नई राह, नया कार्य या नए अवसर खोजने के लिए प्रेरित करेगी।

प्रेम और संबंध

भावनात्मक उतार-चढ़ाव के कारण रिश्तों में दूरी आ सकती है।
जीवनसाथी के साथ गलतफहमी से बचें।
कई बार राहु गोचर पुराने संबंधों की याद या कोई छुपा भाव सामने ला सकता है।

स्वास्थ्य

  • छाती, फेफड़ों, हृदय
  • नींद
  • रक्तचाप
  • तनाव
    इनसे जुड़ी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
    प्राणायाम अत्यंत लाभकारी रहेगा।

उपाय

  • माता की सेवा करें
  • चाँदी साथ रखें
  • ओम दुं दुर्गायै नमः का जाप
  • घर में शांति और स्वच्छता बनाए रखें

यह गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए भावनात्मक गहराई, पारिवारिक बदलाव और संपत्ति से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णयों का समय है—विवेक, धैर्य और मानसिक स्थिरता अति आवश्यक है।

 

 

धनु राशि – 

गोचर भाव – 3rd भाव (साहस, पराक्रम, भाई-बहन, प्रयास, यात्राएँ, संचार, मार्केटिंग, स्किल्स)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर धनु राशि वालों के लिए साहस, प्रयास और संचार कौशल को असाधारण रूप से बढ़ाने वाला सिद्ध होगा। 3rd भाव वह स्थान है जहाँ राहु व्यक्ति को नया आत्मविश्वास, नई सोच, नई दिशा और प्रयासों में सफलता देता है। यह समय आपके जीवन में ऐसी परिस्थितियाँ बनाएगा जहाँ आप आगे बढ़ना, जोखिम लेना और नए कार्य शुरू करना चाहेंगे — और उनमें सफलता भी मिलेगी।

साहस, आत्मविश्वास और प्रयास

यह समय आपकी ऊर्जा और इच्छाशक्ति को सबसे ज्यादा सक्रिय करेगा।
आप अपने निर्णय खुद लेना चाहेंगे और जोखिम लेने में भी पीछे नहीं हटेंगे।
कोई नया कार्य, नया व्यापार, नया प्रोजेक्ट या नई दिशा चुनने का यह श्रेष्ठ समय है।
राहु आपके भीतर छुपे हुए आत्मविश्वास को बाहर लेकर आएगा।

यात्राएँ और विस्तार

3rd भाव में राहु छोटे लेकिन महत्वपूर्ण यात्राओं का योग बनाता है।
व्यापारिक यात्राएँ लाभ देंगी।
मार्केटिंग, मीडिया, सेल्स और कम्युनिकेशन से जुड़े लोग बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं।
ऑनलाइन व डिजिटल जगत में आपकी उपस्थिति बढ़ेगी।

भाई-बहन और पारिवारिक संबंध

भाई-बहनों के साथ संबंध मधुर रहेंगे और उनका सहयोग मिलेगा।
यदि पहले संबंधों में दूरी थी तो यह समय सुधार ला सकता है।
उनके जीवन में भी किसी नए अवसर या प्रगति का योग है।

करियर और नौकरी

आप अपने काम में पहले से ज्यादा सक्रिय रहेंगे।
नई स्किल सीखने, कोर्स करने, डिजिटल या तकनीकी ज्ञान बढ़ाने का उत्तम समय है।
प्रमोशन, प्रशंसा और नए अवसर मिल सकते हैं।
जो लोग अपनी आवाज़, लेखन, मार्केटिंग, पब्लिक रिलेशन्स, पत्रकारिता या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर काम करते हैं — उन्हें बेहद लाभ होगा।

व्यापार और बिज़नेस

यदि आप व्यवसाय करते हैं तो नए क्लाइंट, नए संपर्क और नए बाजार से बड़े लाभ संभावित हैं।
साहसिक निर्णय आपकी प्रगति बढ़ा देंगे।
राहु आपको नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा — और इनमें से कई बहुत सफल होंगे।

प्रेम और संबंध

प्रेम संबंधों में बातचीत बढ़ेगी।
किसी नये व्यक्ति से आकर्षण भी संभव है, खासकर डिजिटल प्लेटफॉर्म या यात्रा के दौरान।
विवाहित जातकों को जीवनसाथी से संवाद बढ़ाना चाहिए।

स्वास्थ्य

  • थायराइड
  • गर्दन, कंधे का दर्द
  • तनाव
  • रक्तचाप
    सावधानी रखें।
    हल्का व्यायाम, योग और प्राणायाम लाभ देंगे।

उपाय

  • हनुमान चालीसा का पाठ
  • ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप
  • काले और धूमिल विचारों से दूर रहें
  • प्रतिदिन 10 मिनट तेज़ चलना

यह गोचर धनु राशि वालों के लिए साहस, प्रयास और प्रगति की शक्ति लेकर आता है। जीवन में नई शुरुआतें और नए अवसर खुलेंगे — बस विवेक और नियंत्रण के साथ आगे बढ़ें।

 

 

मकर राशि – 

गोचर भाव – 2nd भाव (धन, वाणी, परिवार, मूल्य, भोजन, संचित संपत्ति)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर मकर राशि वालों के लिए आर्थिक, पारिवारिक और वाणी संबंधी क्षेत्रों में बड़े परिवर्तन लेकर आता है। 2nd भाव वह स्थान है जहाँ राहु अचानक धन, अचानक खर्च, पारिवारिक उतार-चढ़ाव और वाणी की शक्ति को सक्रिय करता है। यह अवधि जीवन में कई महत्वपूर्ण वित्तीय फैसलों और पारिवारिक परिवर्तनों की ओर संकेत कर रही है।

धन और आर्थिक स्थिति

यह समय आपकी आर्थिक स्थिति को मिश्रित लेकिन घटनापूर्ण बनाएगा।
राहु धन में अचानक वृद्धि करवाता है—

  • किसी निवेश से लाभ
  • बिज़नेस डील से पैसा
  • बोनस या कमीशन
  • विदेशी स्रोतों से लाभ
  • किसी रुके हुए पैसे का वापस मिलना

लेकिन साथ ही अचानक खर्च भी बढ़ सकते हैं—
जैसे घर, परिवार, इलाज, यात्रा या किसी परोपकारी कार्य पर।

शेयर मार्केट से लाभ की संभावना तो है, परंतु राहु जोखिम भी बढ़ाता है—इसलिए जुआ, क्रिप्टो, या अति–जोखिमपूर्ण निवेश से बचें

वाणी और संवाद

वाणी में प्रभावशाली शक्ति आएगी।
आपकी बात लोगों को आकर्षित करेगी, और आपकी सलाह को लोग मानेंगे भी।

लेकिन राहु कभी-कभी वाणी को कठोर, व्यंग्यात्मक या गलत दिशा में ले जा सकता है।
छोटी सी बात पर भी विवाद पैदा हो सकता है, इसलिए वाणी पर नियंत्रण सबसे महत्वपूर्ण सलाह है।

परिवार और संबंध

परिवार में कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं—

  • किसी सदस्य का स्वास्थ्य
  • घर में नए मेहमान का आगमन
  • संपत्ति को लेकर चर्चा
  • परिवार में किसी की आर्थिक स्थिति में सुधार
  • किसी पुराने विवाद का अंत या पुनरारंभ

आपकी ज़िम्मेदारियाँ बढ़ेंगी और परिवार में आपकी राय और निर्णय को महत्वपूर्ण माना जाएगा।

लेकिन राहु परिवार में गलतफहमियाँ भी पैदा कर सकता है।
शांत रहकर संवाद करना आवश्यक होगा।

करियर और व्यवसाय पर प्रभाव

2nd भाव धन का है, इसलिए करियर पर भी असर पड़ेगा।
आपकी आय बढ़ सकती है, नया क्लाइंट मिल सकता है, या किसी बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत हो सकती है।
व्यापारियों के लिए यह समय—

  • मार्केटिंग
  • ब्रांड प्रमोशन
  • डिजिटल विस्तार
  • या नए उत्पाद लॉन्च के लिए फलदायी है।

स्वास्थ्य

2nd भाव भोजन का होता है—
इसलिए खान-पान में गड़बड़ी, मीठा अधिक खाना, दांत, गला, थायराइड, या पेट संबंधी समस्या बढ़ सकती है।

उपाय

  • भोजन से पहले जल का अर्घ्य सूर्य को दें
  • मीठा कम करें
  • अनाज दान करें
  • ‘ॐ नमः शिवाय’ या ‘ॐ ह्रीं क्लीं नमः’ का जाप

यह गोचर मकर राशि वालों के लिए धन, वाणी और परिवार में महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आता है। यदि आप संतुलन बनाए रखते हैं और वाणी पर नियंत्रण रखते हैं, तो यह समय उल्लेखनीय सफलता देगा।

 

 

कुंभ राशि – 

गोचर भाव – लग्न / 1st भाव (स्व-व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, सोच, रूप-रंग, निर्णय, दिशा, जीवन का नया अध्याय)

कुंभ राशि वालों के लिए यह गोचर सबसे अधिक प्रभावशाली है, क्योंकि राहु आपके लग्न में प्रवेश करता है। यह वह स्थिति है, जहाँ राहु आपके व्यक्तित्व, सोच, आत्मविश्वास, भावनाओं और पूरे जीवन की दिशा को गहराई से प्रभावित करता है। यह समय बदलावों, नए अध्यायों और कभी–कभी भ्रमित परिस्थितियों का मिश्रण होता है।

व्यक्तित्व और सोच में बड़ा परिवर्तन

आपके व्यक्तित्व में असाधारण बदलाव आएंगे।
आप पहले से अधिक आकर्षक, प्रभावशाली और रहस्यमय दिखाई देंगे।
दूसरे लोग आपको समझ नहीं पाएंगे, परंतु आपकी उपस्थिति उन्हें प्रभावित ज़रूर करेगी।

राहु आपकी सोच को सीमाओं से बाहर ले जाएगा।
आप अनोखे, नए और असामान्य विचारों की ओर आकर्षित होंगे।
कई जातकों की जीवन–दिशा पूरी तरह बदल सकती है—नई नौकरी, नया बिज़नेस, नया स्थान, नया रिश्ता, या नया उद्देश्य।

करियर और जीवन निर्णय

आपके करियर में बड़ा मोड़ आने वाला है।
आप अचानक कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं—

  • नौकरी बदलना
  • नया व्यापार शुरू करना
  • नए प्रोजेक्ट में जाना
  • विदेश अवसर
  • या सोशल मीडिया/डिजिटल क्षेत्र में उभरना

लेकिन राहु जल्दबाजी करवा सकता है—
इसलिए हर महत्वपूर्ण निर्णय अनुभवी व्यक्ति की सलाह से ही लें।

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य राहु के लग्न गोचर में विशेष ध्यान देने योग्य होता है।

  • अनिद्रा
  • तनाव
  • अधिक सोचना
  • BP उतार-चढ़ाव
  • त्वचा संबंधी समस्या
  • हठ या चिड़चिड़ापन

इन समस्याओं की संभावना रहती है।
ध्यान, योग और नियमित दिनचर्या बहुत जरूरी है।

प्रेम और संबंध

नई मुलाकात या अचानक आकर्षण संभव है।
कुछ जातकों को किसी असामान्य व्यक्ति से प्रेम हो सकता है, जैसे—
विदेशी, अलग धर्म, या अनोखी पृष्ठभूमि वाला व्यक्ति।

विवाहित लोगों को संवाद पर ध्यान देना होगा।
अहम और गलतफहमी रिश्तों में दूरी ला सकती है।

परिवार और सामाजिक जीवन

आपकी सोच में आए बदलाव परिवार को समझने में कठिनाई दे सकते हैं।
कुछ लोग आपके निर्णयों का विरोध भी कर सकते हैं।
लेकिन आपकी दृढ़ता और आत्मविश्वास अंत में सफलता दिलाएगा।

आध्यात्मिक और मानसिक स्तर पर परिवर्तन

यह समय आपके भीतर एक नई चेतना जागृत करेगा।
आप गहरे सत्य की खोज में जुट सकते हैं—ज्योतिष, ध्यान, रहस्य, विज्ञान, मनोविज्ञान, या तकनीक।
आपका अंतर्ज्ञान अत्यंत प्रबल होगा।

उपाय

  • श्वेत (सफेद) वस्त्र अधिक पहनें
  • रविवार को गुड़ और गेहूँ दान करें
  • ‘ॐ राम राहवे नमः’ का जाप
  • किसी भी उथल-पुथल में शांत रहें

यह गोचर कुंभ राशि वालों के लिए जीवन बदलने वाला समय है — नया व्यक्तित्व, नई सोच, नई दिशा और नई उपलब्धियाँ। यदि आप विवेक बनाए रखते हैं, तो यह गोचर आपकी पहचान को चमका देगा।

  

मीन राशि – 

गोचर भाव – 12वां भाव (विदेश, व्यय, एकांत, आध्यात्मिकता, नींद, अस्पताल, मोक्ष, अवचेतन मन)

राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर मीन राशि के लिए सबसे अधिक आध्यात्मिक, गहरा और मनोवैज्ञानिक परिवर्तन लाने वाला समय माना जाता है। 12वां भाव जीवन के रहस्य, मोक्ष, विदेशी संबंधों, खर्चों और अवचेतन मन का घर है। यहाँ राहु का आना व्यक्ति को बाहरी दुनिया से हटाकर भीतर की यात्रा की ओर ले जाता है। यह समय दुनिया से दूर होकर स्वयं को समझने, या विदेश / हॉस्पिटल / आध्यात्मिक स्थल से जुड़े अनुभवों का होता है।

आध्यात्मिकता और आंतरिक परिवर्तन

राहु आपको अंदर की परतों को समझने, पुराने घावों को भरने और गहरी सच्चाइयों को जानने की ओर ले जाएगा।
आपकी अंतर्दृष्टि बहुत तेज हो जाएगी।
ध्यान, योग, साधना, मंत्र जप—इन सभी में रुचि कई गुना बढ़ेगी।
आपको ऐसा लगेगा कि आपकी आत्मा किसी नई दिशा की ओर जा रही है।

कुछ जातकों को अद्भुत सपने आएंगे या पूर्वाभास अनुभव होंगे—यह भी राहु की ही देन है।

विदेश संबंधी योग

12वां भाव विदेश का भी है—

  • वीज़ा
  • विदेशी यात्रा
  • विदेश में नौकरी
  • इमीग्रेशन
  • विदेश में कोई कोर्स
    इन सभी के लिए यह समय श्रेष्ठ है।

यदि पहले प्रयास सफल नहीं हुए थे, तो इस गोचर में सफलता मिलने की संभावना मजबूत है।

व्यय और आर्थिक स्थिति

12वें भाव का राहु खर्च बढ़ाता है।
यह खर्च कभी आध्यात्मिक वस्तुओं पर, कभी यात्रा पर, कभी परिवार पर, और कभी अनावश्यक चीज़ों पर भी हो सकता है।
इसलिए यह समय आर्थिक अनुशासन की मांग करता है।

किसी अस्पताल खर्च, कोर्ट केस, या दवाई पर कुछ राशि खर्च करनी पड़ सकती है।
फिर भी आपकी आय में स्थिरता बनी रहेगी यदि अति–खर्च से बचें।

करियर और कार्यक्षेत्र

कार्य में एकांत, पर्दे के पीछे की भूमिका, गुप्त प्रोजेक्ट या शोध की ओर आकर्षण बढ़ेगा।
IT, साइबर सेक्योरिटी, रिसर्च, हॉस्पिटल, NGO, विदेश व्यापार, ध्यान-योग, परामर्श क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा।

लेकिन यह समय अत्यधिक महत्वाकांक्षा से परे हटकर शांतिपूर्ण कार्यों की ओर ले जाएगा।

स्वास्थ्य

12वें भाव का राहु नींद को प्रभावित करता है—

  • अनिद्रा
  • विचित्र सपने
  • डर
  • चिंता
  • थकान

गहरा सांस लेना, ध्यान, माइल्ड योग, और दिनचर्या सुधारना अत्यंत आवश्यक है।
पैर, नसें, आंखें और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

प्रेम और संबंध

आप भावनात्मक रूप से संवेदनशील हो जाएंगे।
किसी पुराने रिश्ते की याद आएगी, या कोई दूर का रिश्ता फिर से जुड़ सकता है।
लेकिन यह समय रोमांस से अधिक आत्म-हीलिंग का है।
विवाहित लोगों को जीवनसाथी को मानसिक समर्थन देना होगा।

उपाय

  • रात्रि में 10 मिनट ध्यान
  • बुधवार या गुरुवार को पीले वस्त्र दान
  • ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप
  • जल में थोड़ा सा केसर मिलाकर सूर्य को अर्घ्य

यह गोचर मीन राशि वालों के लिए आध्यात्मिक जागरण, अवचेतन मन की शुद्धि और जीवन के गहरे अर्थ को समझने का समय है।
यह वह अवधि है जो आपको भीतर से बदलकर एक नई रोशनी में आगे बढ़ाएगी।