शुक्र का तुला राशि में गोचर — 2 नवंबर 2025
2 नवंबर 2025 को प्रेम, सौंदर्य और भौतिक सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह शुक्र अपनी ही राशि तुला में प्रवेश करेंगे। तुला राशि शुक्र की स्वगृही स्थिति है, इसलिए यह गोचर अत्यंत शुभ और प्रभावशाली रहेगा। इस दौरान लोगों के जीवन में आकर्षण, कला, प्रेम और सामाजिक संबंधों में सुधार देखने को मिलेगा। जो लोग कला, फैशन, डिजाइनिंग, मीडिया या ब्यूटी से जुड़े हैं, उन्हें विशेष सफलता मिल सकती है। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी और आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
यह गोचर सौंदर्य, संतुलन और साझेदारी का प्रतीक है। विवाह योग्य जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। वैवाहिक जीवन में एक-दूसरे के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। जो लोग तनाव या मतभेद का सामना कर रहे थे, उनके संबंधों में सुलह की संभावना है। साथ ही, यह समय नए व्यावसायिक समझौतों, साझेदारी, और सामाजिक विस्तार के लिए भी अनुकूल है।
शुक्र की यह स्थिति “स्वगृही” मानी जाती है — यानी ग्रह अपनी पूरी शक्ति और शुभता के साथ प्रभाव डालता है। इस दौरान लोगों में आकर्षण, कला, संगीत, प्रेम, और सामाजिक मेल-जोल बढ़ेगा।
मेष राशि (Aries)
गोचर भाव: सप्तम भाव
प्रभाव: यह समय दांपत्य और साझेदारी के लिए अत्यंत शुभ है। विवाहित लोगों के बीच प्रेम और समझ बढ़ेगी। व्यापार में पार्टनर से लाभ होगा। अविवाहित लोगों को विवाह के प्रस्ताव मिल सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन गुलाबी या सफेद वस्त्र पहनें, देवी लक्ष्मी को सुगंधित पुष्प अर्पित करें।
वृषभ राशि (Taurus)
गोचर भाव: षष्ठ भाव
प्रभाव: स्वास्थ्य में सुधार के संकेत हैं, लेकिन पेट या त्वचा से संबंधित समस्या परेशान कर सकती है। कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, पर मेहनत से विजय मिलेगी। शत्रु पराजित होंगे।
उपाय: सफेद चंदन का तिलक लगाएँ, शुक्रवार को दही-चावल का दान करें।
मिथुन राशि (Gemini)
गोचर भाव: पंचम भाव
प्रभाव: प्रेम संबंधों के लिए बहुत अनुकूल समय है। रचनात्मक कार्यों, शिक्षा और संतान से संबंधित विषयों में सफलता मिलेगी। कला और मनोरंजन क्षेत्र के लोगों को सम्मान मिलेगा।
उपाय: शुक्रवार को गुलाब या चमेली की खुशबू का प्रयोग करें, मां लक्ष्मी के समक्ष दीपक जलाएँ।
कर्क राशि (Cancer)
गोचर भाव: चतुर्थ भाव
प्रभाव: घर-परिवार में शांति और सौंदर्य बढ़ेगा। घर की साज-सज्जा में मन लगेगा। वाहन या संपत्ति खरीदने का योग बन रहा है। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
उपाय: मां लक्ष्मी को कमल का पुष्प अर्पित करें, घर में सुगंधित धूप जलाएँ।
सिंह राशि (Leo)
गोचर भाव: तृतीय भाव
प्रभाव: आत्मविश्वास और प्रभाव बढ़ेगा। लेखन, मीडिया, और संचार से जुड़े लोगों को लाभ होगा। छोटी यात्राएँ लाभदायक सिद्ध होंगी। भाई-बहनों से संबंध सुधरेंगे।
उपाय: शुक्रवार को बहन या महिला मित्र को सौंदर्य प्रसाधन भेंट करें, श्वेत वस्त्र धारण करें।
कन्या राशि (Virgo)
गोचर भाव: द्वितीय भाव
प्रभाव: वाणी में मधुरता आएगी, जिससे लोग प्रभावित होंगे। धनलाभ के नए अवसर बनेंगे। पारिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। भोजन और विलासिता में रुचि बढ़ेगी।
उपाय: चावल या दूध का दान करें, शुक्रवार को मां लक्ष्मी का श्रीसूक्त पाठ करें।
तुला राशि (Libra)
गोचर भाव: प्रथम भाव (लग्न)
प्रभाव: शुक्र अपनी ही राशि में हैं — अतः व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ेगा। सौंदर्य, आत्मविश्वास और करिश्मा आपके पक्ष में रहेगा। नए रिश्ते और अवसर मिलेंगे। प्रेम जीवन में रोमांस बढ़ेगा।
उपाय: दर्पण के सामने “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
गोचर भाव: द्वादश भाव
प्रभाव: खर्च बढ़ सकते हैं परंतु विदेश यात्रा, आध्यात्मिक अनुभव और लग्जरी वस्तुओं से आनंद मिलेगा। नींद और स्वास्थ्य पर ध्यान दें। किसी गुप्त संबंध से बचें।
उपाय: रात्रि में देवी लक्ष्मी के नाम से एक दीपक जलाकर रखें, और शुक्रवार को मीठा भोजन दान करें।
धनु राशि (Sagittarius)
गोचर भाव: एकादश भाव
प्रभाव: धन लाभ और मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। सामाजिक क्षेत्र में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। नए अवसर मिल सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार को गौ माता को गुड़ खिलाएँ, और सफेद पुष्प अर्पित करें।
मकर राशि (Capricorn)
गोचर भाव: दशम भाव
प्रभाव: कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग हैं। पदोन्नति या नई जिम्मेदारी मिल सकती है। अधिकारियों का सहयोग रहेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
उपाय: शुक्रवार को किसी स्त्री को वस्त्र दान करें, मां लक्ष्मी का ध्यान करें।
कुंभ राशि (Aquarius)
गोचर भाव: नवम भाव
प्रभाव: भाग्य का साथ मिलेगा। लंबी यात्राएँ या विदेश से लाभ होगा। धर्म, पूजा-पाठ, और शिक्षा में रुचि बढ़ेगी। भाग्य से अप्रत्याशित लाभ संभव।
उपाय: देवी लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएँ, शुक्रवार को गरीबों को मिठाई बांटें।
मीन राशि (Pisces)
गोचर भाव: अष्टम भाव
प्रभाव: जीवन में रहस्यमय परिवर्तन हो सकते हैं। अचानक धन लाभ के योग हैं। साथी के साथ गहरी भावनात्मकता बढ़ेगी। स्वास्थ्य और गुप्त मामलों में सतर्क रहें।
उपाय: सफेद कपड़ा या इत्र शुक्रवार को किसी महिला को भेंट करें, “ॐ शं शुक्राय नमः” का जप करें।
सारांश:
तुला में शुक्र का यह स्वगृही गोचर बहुत शुभ माना जाएगा — प्रेम, सौंदर्य, रचनात्मकता, और भौतिक समृद्धि के नए द्वार खोलेगा। जिन राशियों पर शुक्र का दृष्टि प्रभाव है (मेष, सिंह, कुंभ), उन्हें विशेष लाभ प्राप्त होगा।