शुक्र देव का वृश्चिक राशि में राशि परिवर्तन 26 नवंबर 2025

शुक्र देव का वृश्चिक राशि में राशि परिवर्तन 26 नवंबर 2025

26 नवंबर, बुधवार को शुक्र का राशि परिवर्तन गहनता, आकर्षण, भावनात्मक तीव्रता और छिपे हुए सुखों की ओर झुकाव बढ़ाएगा। वृश्चिक एक जल तत्व तथा रहस्यमयी राशि है, जहाँ शुक्र अपनी सामान्य कोमल ऊर्जा छोड़कर अधिक तीव्र, भावुक, राजसी और मनोवैज्ञानिक प्रभाव लाता है। इस अवधि में संबंधों में गहराई, वित्तीय निर्णयों में साहस, और जीवन के गुप्त पहलुओं की ओर आकर्षण बढ़ेगा।

यह गोचर व्यक्ति को सतही चीज़ों से हटाकर अंतरतम में झांकने की प्रेरणा देता है। प्रेम जीवन में ईर्ष्या, अधिकार भावना और वफादारी की परीक्षा हो सकती है। आर्थिक रूप से यह अवधि रणनीतिक निवेश, लाभकारी साझेदारी और अप्रत्याशित धनलाभ का योग लाती है।

सौंदर्य, विलासिता तथा कला से जुड़े लोगों को नए अवसर और तेज़ उन्नति के योग मिल सकते हैं। लेकिन संबंधों में पारदर्शिता आवश्यक रहेगी। इस समय लोग तेज़ आकर्षण का अनुभव करते हैं, लेकिन निर्णय भावनाओं से प्रभावित होकर न लें।

नीचे सभी राशियों पर इसका पूरा प्रभाव दिया जा रहा है:

मेष राशि — (शुक्र 8वें भाव में) 

शुक्र का 8वें भाव में प्रवेश आपके लिए गुप्त लाभ, पैतृक धन, बीमा, कर, निवेश और शोध से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम ला सकता है। यह समय आपकी अंतर्दृष्टि को तेज़ करता है और आप गहराई से सोचने लगते हैं। जीवनसाथी के साथ संबंधों में भावनात्मक तीव्रता बढ़ेगी, लेकिन कभी-कभी अधिकार भावना और संदेह भी सामने आ सकता है। विवाहित जातकों के लिए जीवनसाथी के माध्यम से धनलाभ संभव है।

व्यापार में साझेदारी से लाभ मिलेगा। यदि आप राजनीति से जुड़े हैं तो यह समय गुप्त रणनीतियों के निर्माण के लिए बहुत शुभ रहेगा। किसी बड़े व्यक्ति या प्रभावशाली व्यक्तित्व से सहयोग मिल सकता है। निवेश से जुड़े निर्णय लाभकारी सिद्ध होंगे, परंतु अत्यधिक जोखिम लेने से बचें।

स्वास्थ्य: पुराने रोग, प्राइवेट स्वास्थ्य, हार्मोनल असंतुलन, शारीरिक कमजोरी पर ध्यान दें।
उपाय:
• शुक्र मंत्र "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः" का जाप।
• चांदी का छोटा टुकड़ा अपने पास रखें।
• शुक्रवार को सफेद वस्तुएँ दान करें।

वृषभ राशि — (शुक्र 7वें भाव में)

शुक्र का 7वें भाव में गोचर आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगा। यह भाव जीवनसाथी, पार्टनरशिप और जनसंपर्क से संबंधित है, इसलिए संबंधों में मधुरता, नए रिश्ते, व्यापारिक अनुबंध और विदेश से जुड़ा लाभ मिल सकता है। अविवाहितों के लिए विवाह योग मजबूत होंगे। व्यवसाय में नए पार्टनर लाभ देंगे।

राजनीति से जुड़े जातकों को जनता का समर्थन तेज़ी से मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों में राहत मिल सकती है। दांपत्य जीवन में रोमांस बढ़ेगा, लेकिन संयम आवश्यक होगा क्योंकि वृश्चिक की ऊर्जा कभी-कभी आवेशपूर्ण भी हो सकती है।

स्वास्थ्य: त्वचा, गुर्दे, मधुमेह और प्रेम संबंधी तनाव से सावधान रहें।
उपाय:
• सुगंधित इत्र या कपूर का प्रयोग।
• शुक्रवार को दही और दूध का दान।
• देवी लक्ष्मी के सामने गुलाबी पुष्प अर्पित करें।

मिथुन राशि — (शुक्र 6वें भाव में)

शुक्र का 6वें भाव में गोचर मिश्रित फल देगा। नौकरी वाले जातकों को प्रमोशन, वेतन वृद्धि और शत्रुओं पर विजय मिल सकती है। लेकिन प्रतियोगिता तेज़ रहेगी। राजनीति में विरोधी सक्रिय होंगे परंतु आप अपनी रणनीति से उन्हें मात दे देंगे। ऋण, कर्ज़ और कोर्ट मामलों में जीत संभव है।

यह समय आपकी दिनचर्या में सुधार, स्वास्थ्य लाभ और कार्यक्षमता बढ़ाता है। प्रेम संबंधों में गलतफहमी की स्थिति बन सकती है, इसलिए संवाद पर ध्यान दें। कार्यालय में विपरीत लिंगी व्यक्ति से आकर्षण संभव है जिसे नियंत्रण में रखना उचित रहेगा।

स्वास्थ्य: पेट, पाचन, सर्द-गर्मी, एलर्जी का खतरा।
उपाय:
• हरी सब्जियों का दान।
• शुक्रवार को किसी छोटी कन्या को मिठाई खिलाएँ।
• चावल और चीनी मिलाकर बहते पानी में प्रवाहित करें।

कर्क राशि — (शुक्र 5वें भाव में)

5वें भाव में शुक्र प्रेम, रचनात्मकता, संतान, पढ़ाई और मनोरंजन में सकारात्मक परिणाम देता है। प्रेमी युगलों के लिए यह समय अत्यंत रोमांटिक और अनुकूल रहेगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिल सकता है। राजनीति से जुड़े जातकों को जनसमर्थन, आकर्षण और लोकप्रियता में वृद्धि होगी।

स्टॉक मार्केट, निवेश, लॉटरी, शेयर में लाभ की संभावना बढ़ेगी। यह समय आपकी रचनात्मकता को ऊँचाइयों पर ले जाएगा — कलाकार, लेखक, संगीतकार और सोशल मीडिया से जुड़े जातक खूब चमकेंगे।

स्वास्थ्य: मानसिक तनाव, अनिद्रा या संतान संबंधी चिंता हो सकती है।
उपाय:
• देवी लक्ष्मी को कमल पुष्प चढ़ाएँ।
• शुक्रवार को बच्चों को खिलौने दान करें।
• सफेद मिठाइयाँ बाँटें।

सिंह राशि — (शुक्र 4वें भाव में)

यह गोचर आपके गृह, संपत्ति, वाहन, माता और सुख-सुविधाओं में वृद्धि का संकेत देता है। नया घर, वाहन या प्रॉपर्टी में निवेश करने का अवसर मिलेगा। परिवार में सौहार्द बढ़ेगा। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। राजनीतिक क्षेत्र में जनता का समर्थन और लोकप्रियता बढ़ेगी।

व्यवसाय में स्थिरता आएगी। यदि आप किसी निर्माण, रियल एस्टेट, लग्ज़री या वाहन क्षेत्र में हैं तो लाभ कई गुना बढ़ेगा। प्रेम जीवन में स्थिरता रहेगी।

स्वास्थ्य: हृदय, तनाव, नींद और पाचन पर ध्यान दें।
उपाय:
• घर में चंदन या गुलाब के अगरबत्ती जलाएँ।
• शुक्रवार को सफेद कपड़े दान करें।
• राधा-कृष्ण की उपासना करें।

कन्या राशि — (शुक्र 3वें भाव में)

3वें भाव में शुक्र साहस, संचार, मार्केटिंग, मीडिया, यात्राएँ और भाई-बहनों से लाभ बढ़ाता है। यह समय व्यापार में तेजी, नए कॉन्ट्रैक्ट और व्यवसाय विस्तार के लिए अत्यंत शुभ है। राजनीति में भाषण कला, जनसंपर्क और रणनीति मजबूत होगी। छोटे भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा।

प्रेम जीवन में मुलाक़ातें बढ़ेंगी और आप एक आकर्षक व्यक्तित्व के रूप में उभरेंगे। यात्रा के योग प्रबल हैं। सोशल मीडिया, यूट्यूब, डिजिटल मार्केटिंग या सेल्स में कार्यरत लोगों को जबरदस्त लाभ होगा।

स्वास्थ्य: रक्तचाप, थकान, श्वसन तंत्र की समस्याएँ थोड़ा बढ़ सकती हैं।
उपाय:
• हरी इलायची का सेवन।
• चांदी का बर्तन उपयोग करें।
• शुक्रवार को तांत का वस्त्र दान करें।

तुला राशि — (शुक्र 2वें भाव में)

आपकी राशि के स्वामी शुक्र का 2वें भाव में प्रवेश अत्यंत लाभकारी है। धनलाभ, बचत, परिवारिक सुख और वाणी में मिठास बढ़ेगी। बड़े वित्तीय अवसर मिलेंगे। व्यापार में बड़े ग्राहक और नए कॉन्ट्रैक्ट मिल सकते हैं। राजनीति में आपका प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा।

परिवार में कोई शुभ कार्य होगा। प्रेम संबंध विवाह में बदल सकता है। विलासिता, सौंदर्य और आभूषण खरीदने का योग प्रबल है।

स्वास्थ्य: गला, दांत, आँखें और शुगर स्तर पर ध्यान दें।
उपाय:
• सफेद वस्त्र धारण करें।
• शुक्रवार को खीर का भोग लगाएँ।
• रत्नों में ओपल या हीरा धारण कर सकते हैं (अपनी कुंडली देखकर)।

वृश्चिक राशि — (शुक्र 1वें भाव में)

शुक्र का आपकी ही राशि में आना आपको अत्यंत आकर्षक, आत्मविश्वासी और चुंबकीय बनाता है। व्यक्तित्व में निखार आएगा। राजनैतिक जीवन में लोकप्रियता और जनता का समर्थन मिलेगा। विवाह योग्य जातकों के लिए संबंध जमने का यह श्रेष्ठ समय है।

व्यवसाय में नई शुरुआत, नए ग्राहक और लाभ बढ़ेगा। आप अपनी रणनीति से विरोधियों को मात दे सकेंगे। प्रेम जीवन में गहराई और रोमांस रहेगा, पर अत्यधिक भावुकता से बचें।

स्वास्थ्य: त्वचा, गुप्त रोग, हार्मोनल असंतुलन का ध्यान रखें।
उपाय:
• इत्र, गुलाब या चंदन का प्रयोग।
• शुक्रवार को सफेद वस्तुओं का दान।
• श्रीसूक्त का पाठ।

धनु राशि — (शुक्र 12वें भाव में)

यह गोचर यात्रा, विदेश, खर्च, आध्यात्मिकता, विश्राम और हॉस्पिटैलिटी से जुड़े मामलों को बढ़ाता है। विदेश यात्रा, टूरिज्म या आयात-निर्यात वाले व्यापार में जोरदार लाभ मिलेगा। खर्च बढ़ेंगे पर नियंत्रण में रहें। आध्यात्मिक साधना में उन्नति होगी।

प्रेम जीवन में गोपनीय संबंध या भावनात्मक उतार-चढ़ाव संभव है। स्वास्थ्य में थकान, अनिद्रा और तनाव बढ़ सकता है।

उपाय:
• शुक्रवार को गाय को रोटी-गुड़ खिलाएँ।
• गुलाबी रंग का उपयोग।
• श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर का जाप।

मकर राशि — (शुक्र 11वें भाव में)

शुक्र का 11वें भाव में प्रवेश आपके लिए अत्यंत शुभ है। लाभ, मित्र, नेटवर्किंग, बड़ी आय, बड़े लक्ष्य, सोशल मीडिया और राजनीति—सभी क्षेत्रों में अपार सफलता मिलेगी। आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे। प्रभावशाली लोगों से मुलाकात और लाभ होगा।

प्रेम जीवन में सफलता, विवाह योग और रिश्तों में मजबूती आएगी। व्यापार में बड़े लाभ और नए करार होंगे।

उपाय:
• हल्की मिठाई का दान।
• शुक्रवार को सफेद पुष्प अर्पित करें।
• चांदी का सिक्का अपने पास रखें।

कुंभ राशि — (शुक्र 10वें भाव में)

यह गोचर करियर, प्रतिष्ठा, पद, पदोन्नति और राजनीति में अत्यंत शुभ फल देगा। नौकरी में बड़े अवसर, प्रमोशन और मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार में भी विस्तार, नए प्रोजेक्ट और विदेशी ग्राहकों का लाभ मिलेगा।

राजनीति में आप अपनी छवि और लोकप्रियता को एक नए स्तर पर ले जाएंगे। माता-पिता से सहयोग बढ़ेगा।

उपाय:
• शुक्रवार को सफेद चावल का दान।
• घर में सुगंध फैलाएँ।
• रत्नों में ओपल लाभकारी।

मीन राशि — (शुक्र 9वें भाव में)

यह गोचर भाग्य, धर्म, विदेश, गुरु कृपा, उच्च शिक्षा, यात्रा और सौभाग्य को बढ़ाता है। अचानक भाग्य वृद्धि, धनलाभ और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। राजनीति में बड़े नेताओं का सहयोग मिलेगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा।

विदेश यात्रा का योग बन सकता है। प्रेम जीवन में स्थिरता आएगी और संबंध मजबूत होंगे।

उपाय:
• गुरु एवं देवी लक्ष्मी की उपासना।
• शुक्रवार को मीठी रोटी दान करें।
• चांदी या मोती का उपयोग करें।