भूलकर भी इस दिशा में न बनवाएं बाथरूम, होगा नुकसान
 
                                        
                                
                            घर में वास्तु के अनुसार बदलाव करते हुए कुछ सबसे ज्यादा ध्यान बाथरूम और टॉयलेट पर देना चाहिए। वास्तु की मानें तो कहा जाता है कि बाथरूम और टॉयलेट ऐसी जगह हैं जहां नकारात्मक ऊर्जा सबसे ज्यादा रहती है। इसलिए वास्तु के नियमों के मुताबिक इस नकारात्मक ऊर्जा को कम किया जा सकता है। वास्तु के अनुसार कभी भी बाथरूम को इन दिशाओं में नहीं बनवाना चाहिए तो आइए जानते है ये दिशाएं:
भूलकर भी इस दिशा में न बनवाएं बाथरूम, होगा नुकसान
- पूर्व: वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में टॉयलेट बनाने से घर-परिवार के सम्मान और संपन्नता में रुकावट आती रहती है। कहा जाता है कि इससे घरवालों का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता।
- उत्तर: वास्तु शास्त्र के अनुसार ये आपके करियर से जुड़ी दिशा है। अगर इस दिशा में बाथरूम होगा तो घर के सदस्यों को करियर संबंधी परेशानियां का सामना करना पड़ेगा।
- दक्षिण: वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दिशा में टॉयलेट बनाने से तरक्की रूक जाती है। आप कितना भी मेहनत करें आप सफल नहीं हो पाएंगे। ये आपके करियर की ग्रोथ नहीं होना देगा।
- दक्षिण-पश्चिम: इस दिशा में बाथरूम बनवाने से घरवालों के बीच अनबन बनी रहती है इससे रिश्ते भी खराब होते हैं।
- उत्तर-पूर्व: इस दिशा में भूलकर भी टॉयलेट नहीं बनवाना चाहिए। इससे दिमाग से संबंधी बीमारियां होती हैं। इससे आप हमेशा अवसाद में रहेंगे।
 
                     
	
                                         
	
                                         
	
                                         
	
                             
	
                             
	
                             
	
                             
	
							 
	
							 
	
							 
	
							 
	
							