सुबह के समय होने वाली कुछ घटनाएं, जो बन सकती हैं शुभ-अशुभ संकेत

सुबह के समय होने वाली कुछ घटनाएं, जो बन सकती हैं शुभ-अशुभ संकेत

हर नया दिन अपने साथ नई ऊर्जा, नए अवसर और कभी-कभी अनचाहे संकेत भी लेकर आता है। हम चाहे मानें या न मानें, लेकिन हमारे जीवन में घटने वाली कुछ घटनाओं को भारतीय परंपरा में शकुन और अपशकुन के रूप में देखा जाता है। विशेष रूप से सुबह के समय, जब हम किसी जरूरी कार्य के लिए घर से निकलते हैं, तो कुछ संकेत हमें सतर्क करते हैं।

1. खाली बर्तन दिख जाए तो रुक जाएं कुछ पल
यदि आप सुबह के समय घर से निकल रहे हों और आपके सामने अचानक खाली बर्तन आ जाए, तो यह एक अपशकुन माना जाता है। मान्यता है कि यह संकेत उस दिन के कार्य में रुकावट या हानि की चेतावनी देता है। यदि संभव हो तो उस काम को टाल दें, या कम से कम कुछ समय घर पर रुककर, शांत मन से निकलें।

2. दर्पण का टूटना – एक गंभीर संकेत
अगर सुबह-सुबह दर्पण गिरकर टूट जाए, तो इसे अत्यंत अशुभ संकेत माना गया है। ऐसी स्थिति में मानसिक अशांति या बड़ा व्यवधान हो सकता है। कोशिश करें कि आप उस दिन का महत्वपूर्ण कार्य स्थगित करें और आत्म-निरीक्षण के लिए समय निकालें।

3. कुत्तों या बिल्लियों का रोना या लड़ना
यदि सुबह किसी जरूरी काम पर जा रहे हों और आपको कुत्तों या बिल्लियों के रोने की आवाज सुनाई दे, या वे आपस में लड़ते दिखाई दें, तो यह भी एक नकारात्मक संकेत होता है। ऐसी स्थिति में बेहतर होगा कि आप थोड़ी देर रुकें या फिर अपनी यात्रा का मार्ग बदल दें।

4. किसी को शौच या पेशाब करते हुए देखना
रास्ते में यदि कोई व्यक्ति शौच या पेशाब करता हुआ दिखाई दे तो इसे अपवित्र और अशुभ संकेत माना जाता है। विशेष रूप से जब आप किसी शुभ कार्य या महत्वपूर्ण मीटिंग के लिए निकल रहे हों, तो यह दृश्य आपके मन को विचलित कर सकता है। ऐसे में रास्ता बदल लेना ही बुद्धिमानी होती है।

क्या करें जब ऐसे संकेत मिलें?

  • कुछ पल शांत होकर ध्यान करें।
  • घर के मंदिर में दीपक जलाएं।
  • "ॐ नमः शिवाय" या "ॐ गण गणपतये नमः" मंत्र का जाप करें।
  • फिर नकारात्मक ऊर्जा को पीछे छोड़कर, आत्मविश्वास के साथ निकलें।

इन संकेतों का उद्देश्य डराना नहीं है, बल्कि सतर्क करना है — ताकि आप अपने दिन की शुरुआत बेहतर तैयारी और सकारात्मक ऊर्जा के साथ कर सकें।