तरबूज के बीज के फायदे और नुकसान

हृदय स्वास्थ्य -
हृदय के लिए पोटैशियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करना अच्छा माना जाता है । ये उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने में भी मदद करते हैं, जिसका सीधा संबंध हृदय स्वास्थ्य से होता है (2)। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि इन सभी पोषक तत्वों से भरपूर तरबूज के बीज आपको हृदय संबंधी परेशानी को दूर रखने और इससे आपको बचाने में मदद कर सकते हैं । इसके अलावा, तरबूज के बीज में जिंक की मात्रा भी अच्छी होती है, जो हार्ट फेल होने के खतरा से बचाता है । आप तरबूज के बीज की चाय बनाकर इसमें मौजूद पोषक तत्वों का लाभ उठा सकते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए -
तरबूज के बीज शरीर को बीमारियों से बचाने और इनसे लड़ने में मदद करने वाले इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में भी लाभदायक हो सकते हैं। दरअसल, यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन के मुताबिक मैग्नीशियम और इम्यून सिस्टम के बीच गहरा संबंध है। शरीर में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा में होने पर इम्यून अच्छे से काम करता है । तरबूज के बीज भी मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, यह तो हम ऊपर बता ही चुके हैं। इसलिए, कहा जा सकता है कि तरबूज के बीज का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक हो सकता है। आप तरबूज के बीज को भूनकर या इसकी चाय बनाकर पी सकते हैं।
पुरुष प्रजनन क्षमता में सुधार -
तरबूज के बीज में मौजूद जिंक को पुरुष प्रजनन प्रणाली की क्रिया के लिए आवश्यक मिनरल माना जाता है। जिंक का सेवन करने से पुरुषों के शुक्राणु की गुणवत्ता में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, पुरुषों की प्रजनन क्षमता और जिंक के संबंध को लेकर बड़े स्तर पर आगे और अध्ययन करने की जरूरत है ।
डायबिटीज -
तरबूज के बीज के अर्क को एंटीडायबिटिक माना जाता है, जो प्लाज्मा ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकता है। दरअसल, तरबूज के बीज ग्लाइकोजन को स्टोर करने में सकारात्मक तरीके से मदद कर सकते हैं। इस वजह से माना जा सकता है कि तरबूज के बीज डायबिटीज के उपचार में मदद कर सकते हैं। शरीर में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा होने पर यह बतौर ग्लाइकोजन शरीर में एकत्रित हो जाती है, जिससे मधुमेह के खतरे से शरीर दूर रहता है । इसके अलावा, तरबूज में मौजूद ओमेगा-6 फैटी एसिड डायबिटीज-2 होने का खतरा कम करने में मदद कर सकता है ।
मस्तिष्क स्वास्थ्य -
मस्तिष्क विकास और स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्व जरूरी होते हैं। अगर शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती है, तो मस्तिष्क को बातें याद रखने और नई चीजों को सीखने की क्षमता कम होने लगती। मस्तिष्क से संबंधित इस बीमारी का नाम अल्जाइमर है। अगर शुरुआती समय में दिमाग से संबंधित इस परेशानी का पता चल जाए, तो मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करके इस समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है ।
इसके अलावा, जिंक की कमी होने से भी मस्तिष्क के विकास में कमी आती है। खासकर, बच्चों और गर्भवतियों में जिंक की कमी सीधे दिमाग पर असर डालती है । तरबूज के बीज में मैग्नीशियम और जिंक भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए माना जाता है कि इसका सेवन मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है ।
पाचन स्वास्थ्य -
तरबूज के बीज में लैक्सेटिव गुण और फाइबर की भी प्रचूर मात्रा पाई जाती है । इसलिए, माना जाता है कि तरबूज के बीज के सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। दरअसल, लैक्सेटिव गुण मल त्यागने में मदद करता है, जिससे कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। वहीं, इसमें मौजूद फाइबर भी पाचन के लिए जरूरी होता है। पाचन अच्छा होने से कब्ज की समस्या नहीं होती ।
नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) -
नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) को स्वस्थ रखने के लिए मैग्नीशियम महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना जाता है। यह नसों और मांसपेशियों को मजबूती देने का काम करता है । तरबूज के बीज में मौजूद मैग्नीशियम तंत्रिका संचरण और न्यूरोमस्कुलर कोऑर्डिनेशन (मांसपेशियों को नियंत्रित करने की क्षमता) में मदद करते हैं। इससे मस्तिष्क संबंधी विकार, माइग्रेन, पुराने दर्द, मिर्गी, अल्जाइमर, पार्किंसंस और स्ट्रोक के बचाव में मदद मिल सकती है । साथ ही सेंट्रल नर्वस सिस्टम में जब मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, तो कोमा जैसी कई अन्य गंभीर न्यूरोलॉजिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। मैग्नीशियम की कमी होने पर इंफ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ने लगता है । इनकी वजह से न्यूरोडिजनरेटिड विकार उत्पन्न होने लगते हैं, जिनमें न्यूरोन्स को क्षति पहुंचती है । इसलिए, तरबूज में मौजूद मैग्नीशियम का सेवन करके तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखा जा सकता है।
त्वचा साफ और स्किन स्वास्थ्य में सुधार -
तरबूज के बीज को स्किन क्लिंजर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका काढ़ा बनाकर त्वचा को साफ किया जा सकता है। साथ ही इसके सेवन से त्वचा स्वस्थ भी रह सकती है, लेकिन इस संबंध में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। लोगों के अनुभव के आधार पर ही त्वचा के लिए इसका इस्तेमाल करें। हालांकि, इसमें मौजूद जिंक त्वचा को एक्ने से बचाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, तरबूज के बीज में मौजूद फैटी एसिड सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने में भी मदद कर सकता है । ध्यान रहे कि यह सिर्फ घरेलू नुस्खा है उपचार नहीं।
एजिंग को धीमा करे -
माना जाता है कि तरबूज के बीज का सेवन करने से बुढ़ापे की बढ़ती गति को रोका जा सकता है। यह सच है या नहीं यह कहना मुश्किल है, लेकिन तरबूज में मौजूद मैग्नीशियम के सेवन से बढ़ती उम्र की वजह से होने वाली बीमारियों जैसे- याददाश्त का कम होना व हड्डियों का कमजोर होना (ऑस्टियोपोरोसिस) आदि के लक्षणों को कम जरूर किया जा सकता है। साथ ही यह बुढ़ापे के दौरान स्वस्थ रखने में भी मदद कर सकता है । इसमें मौजूद प्रोटीन, सक्रिय जीवनशैली देने में मदद कर सकता है ।
बालों के लिए -
तरबूज के बीज को बालों के लिए भी अच्छा माना जा सकता है। दरअसल, इसमें जिंक की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। इस पोषक तत्व की कमी की वजह से बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। एलोपेसिया जिंक की कमी के कारण भी होता है। साथ ही फोलेट की कमी से भी बालों की क्वालिटी में फर्क आ सकता है। इसलिए, बालों को स्वस्थ रखने के लिए फोलेट जरूरी है। तरबूज के बीज में दोनों पोषक तत्व मौजूद होते हैं, इसलिए आप इसे भूनकर खाने के साथ ही इसका काढ़ा बनाकर बालों की मसाज भी कर सकते हैं ।
तरबूज के बीज के नुकसान :
तरबूज के बीज के अनेक फायदे हैं, यह हम आपको बता ही चुके हैं। वहीं, अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, इसमें मैग्नीशियम और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जिनके अधिक सेवन से नीचे दी गई परेशानियां हो सकती हैं ।
- डायरिया
- पेट में मरोड़ होना
- जी-मिचलाना
- हाइपरकेलेमिया (पोटैशियम का अधिक स्तर)