स्वास्थ्य वास्तु और लक्ष्मी कारक हैं गोमती चक्र

स्वास्थ्य वास्तु और लक्ष्मी कारक हैं गोमती चक्र

एक दुर्लभ वस्तु के रूप में गोमती वस्तु का महत्व बहुत अधिक हैं, गोमती चक्र में निर्मित चक्र प्रकृति की ही देन हैं। गोमती चक्र गोमती नदी में पाए जाने वाले दुर्लभ चक्र हैं, इसमें प्रकृति द्वारा निर्मित चक्र माँ लक्ष्मी के प्रतीक हैं। तंत्र से लेकर वास्तु तक गोमती चक्र का हर क्षेत्र में महत्व हैं। चाहे वो आरोग्य से सम्बंधित हो या लक्ष्मी प्राप्ति से, यहाँ एक चीज महत्वपूर्ण हैं वह ये की गोमती चक्र में निर्मित चक्र लक्ष्मी के प्रतीक हैं, इसलिए गोमती चक्र लक्ष्मी कारक भी माना जाता हैं।

गोमती चक्र की महत्ता -

  • स्वास्थ्य और धन दोनों ही दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं।
  • बच्चो को अक्सर नजर लग जाती हैं, ऐसे में तीन गोमती चक्र लेकर अपने ऊपर से 7 बार उतारकर उसे किसी निर्जन स्थान पर फेक दे, और पलटकर न देखे, नजर दोष दूर करने का ये बहुत अच्छा उपाय हैं।
  • व्यापार में नजर लग जाने पर 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र और 3 नारियल को पूजा अर्चना करके पीले कपड़े में बांधकर मुख्यद्वार पर लटका दे, इससे बुरी नजर का दोष ख़त्म हो जायेगा, और व्यापार अच्छा चलेगा।
  • गोमती चक्र को होली वाले दिन सिंदूर लगाकर शत्रु का नाम उच्चारण करते हुए जलते हुए अग्नि में फेक दे इससे शत्रु भी मित्र बन जायेगा।
  • यदि कार्यक्षेत्र में पदोन्नति नहीं हो रही हैं , या पदोन्नति में अड़चने आ रही हैं, तो गोमती चक्र को शिव मंदिर में शिव को अर्पित कर दे, और शिव से सच्चे मन से प्रार्थना करे, आपको मनोकामना जरूर पूरी होगी।
  • गोमती चक्र स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हितकर है I कई लोगो ने गोमती चक्र की माला धारण कर के अपने स्वास्थ्य में बहुत लाभ पाया है I इसको धारण करने से उच्च रक्तचाप में बहुत लाभ मिला हैI

गोमती चक्र अंगूठी के लाभ -

गोमती चक्र गोमती नदी में पाया जाने वाला एक पवित्र और कीमती पत्थर हैं. यह पत्थर तंत्र हेतु एक उत्तम चक्र और लक्ष्मी कारक माना जाता हैं। इसमें एक ओर चिन्हित चक्र हैं, जो माँ लक्ष्मी का प्रतीक हैं, गोमती चक्र से बनी अंगूठी पहनने से सुख–सम्पन्नता, और वैभव आता हैं। गोमती चक्र भगवान कृष्ण के शस्त्र सुदर्शन चक्र का भी प्रतीक हैं। गोमती चक्र को कुछ लोग आभूषण के रूप में भी पहनते हैं।

गोमती चक्र के लाभ -

गोमती चक्र को धारण करने से सबसे बड़ा लाभ यह हैं कि यह स्वस्थ लाभ और लक्ष्मी कारक होने के कारण व्यक्ति को सुख, सम्पन्नता, वैभव, और मानसिक शांति भी प्रदान करती हैं। गोमती चक्र को लॉकेट में धारण करने से मनुष्य के शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, रक्त का प्रवाह सामान्य रहता है जिसके कारण शरीर में थकावट भी नहीं होती हैI अच्छी गुणवत्ता के गोमती चक्र पहनने से उसी प्रकार के फल मिलते है जैसा कि कीमती रत्नो को पहन कर लाभ मिलता है। जहाँ कीमती रत्न लाखो रूपये में मिलते है वही ये रत्न 1000 रूपये तक आसानी से ख़रीदे जा सकते हैI

  • 11 गोमती चक्र को पीले वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में रखे, वर्ष भर आपकी तिजोरी भरी रहेगी, और पैसे की कोई कमी नहीं रहेगी।
  • किसी भी प्रतियोगिता में या मुकदमे में जाने से पूर्व तीन गोमती चक्र लेकर जेब में रखे, आपको निश्चित ही सफलता मिलेगी।
  • यदि किसी कारणवश पदोन्नति में रुकावट आ रही हैं, या कोई अड़चन पैदा हो रही हो, तो शिव मंदिर में जाकर के शिव को गोमती चक्र समर्पित करे, ऐसा करने से शीघ्र ही पदोन्नति के मामले में आ रही अड़चने समाप्त होंगी, और आपकी पदोन्नति होगी।
  • यदि आपका व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं, तो अपने व्यापर में तरक्की के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे बांधकर ऊपर अपने प्रतिष्ठान के प्रवेश द्वार पर लटका दें और ग्राहक उसके नीचे से निकले तो व्यापार में वृद्धि होती है।
  • यदि गोमती चक्र को लाल सिंदूर की डिबिया में घर में रखें तो घर में सुख-शांति बनी रहती है।
  • गोमती चक्र को होली के दिन थोड़ा सिंदूर लगाकर शत्रु का नाम उच्चारण करते हुए जलती हुई होली में फेंक दें। आपकी शत्रु भी मित्र बन जाएगा।
  • यदि विवाह में अड़चन हो रही हो, या विवाह नहीं हो रहा हो, तो गोमती चक्र की पूजा कृष्ण के साथ सात दिन तक करे, इसके शीघ्र शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे, विवाह में आ रही अड़चन समाप्त होंगी, और विवाह जल्दी होगा।
  • गोमती चक्र वास्तु के रूप में भी बहुत महत्वपूर्ण हैं, अगर आप गोमती चक्र को घर में किसी भी स्थान में दबाकर रख दे, तो घर में वास्तु से सम्बंधित सभी समस्याएं दूर हो जाएँगी.

गोमती चक्र पेंडेंट लाभ -

गोमती चक्र एक कीमती और मूलयवान पत्थर होने के साथ ही इससे कई प्रकार के आभूषण भी बनाये जाते हैं. गोमती चक्र न केवल स्वस्थ्य बल्कि वास्तु और अन्य व्यक्तिगत समस्याओ के निवारण के भी काम आता हैं। गोमती चक्र अंगूठी और गले में पहनने के लिए पेंडंट के रूप में भी उपयोग में आता हैं। गोमती चक्र से बना पेन्डेन्ट बच्चो को पहनाने से उनका मन एकाग्रचित होता हैं, और पढ़ते समय मन भी नहीं भटकता, इसके अलावा इसे अगर बड़े भी धारण करे, तो उन्हें भी स्वस्थ्य, सुख, सम्पदा, आर्थिक सुविधाओं से सम्बंधित लाभ होगा।

जिन व्यक्तियों की कुंडली में नाग दोष या सर्प दोष होता हैं उन्हें गोमती चक्र अवश्य धारण करना चाहिए गोमती चक्र से निर्मित अंगूठी को अनामिका में धारण करना चाहिए, गोमती चक्र से बनी अंगूठी स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती हैं।

गोमती चक्र मंत्र -

धन, वैभव, लक्ष्मी कृपा, विष्णु कृपा, भाग्योदय, इत्यादि के लिए गोमती चक्र बहुत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली हैं। लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए दिवाली के दिन गोमती चक्र के साथ माँ लक्ष्मी का पूजन सुख, वैभव और समृद्धि लाता हैं। गोमती चक्र को साफ़ और स्वच्छ थाली में रखकर घी का दीपक और अगरबत्ती जलाये, और किसी भी माला से लक्ष्मी मंत्र का पांच बार जाप करे. (पांच माला जपे)

II ॐ ह्रीं महालक्ष्मी श्री चिरलक्ष्मी ऐ ममगृहे आगच्छ आगच्छ स्वाहा II