हेजलनट्स के फायदे और नुकसान

हेजलनट्स कई तरह के लाभकारी पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं, जिसे खाने से शरीर को विभिन्न प्रकार से लाभ होता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में बताया गया है कि हेजलनट्स के अर्क में फैनोलिक कंपाउंड पाए जाते हैं। ये कंपाउंड एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। इसलिए, हेजलनट्स को एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कहा जा सकता है, जो कई समस्याओं से निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर के सेल्स को नुकसान होने से बचाने का काम करते हैं। इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट हृदय संबंधी और कैंसर से जुड़ी समस्या को दूर रखने में भी मदद कर सकते हैं।
स्वस्थ हृदय के लिए
हेजलनट्स को एक स्वस्थ आहार माना जा सकता है। इसमें कई जरूरी पोषक तत्वों और फैट का अच्छा संतुलन होता है, जो हृदय रोग के जोखिम से बचाने में मदद कर सकते हैं। नट्स में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने का काम करता है। इसके अलावा, नट्स में लो सैचुरेटेड और कोलेस्ट्रॉल होता है, जो हृदय रोग के जोखिम को दूर रखने में मदद कर सकता है। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनस्ट्रेशन ने भी हृदय के लिहाज से हेजलनट्स को सही माना है।
कैंसर से बचाव के लिए
हेजलनट्स का उपयोग करके कैंसर की समस्या से भी बचा जा सकता है। उत्तरांचल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस, देहरादून द्वारा किए गए एक वैज्ञानिक शोध में माना गया है कि हेजलनट्स में एंटी-कैंसर प्रभाव पाए जाते हैं। इस प्रभाव के कारण हेजलनट्स का सेवन करने से कैंसर की समस्या को दूर रखने में मदद मिल सकती है। इसलिए, कैंसर जैसी घातक समस्या को दूर रखने के लिए हेजलनट्स का सेवन कर सकते हैं। साथ ही ध्यान रहे कि अगर कोई कैंसर से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर से इलाज जरूर करवाना चाहिए।
सूजन (Inflammation) को कम करने के लिए
जो लोग सूजन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनके लिए भी हेजलनट्स के फायदे हो सकते हैं। एक क्लिनिकल स्टडी के अनुसार, हेजल नट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने का काम कर सकते हैं। इसलिए, ऐसा माना जा सकता है कि सूजन से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिलाने में हेजलनट्स का सेवन किया जा सकता है।
ब्लड शुगर को कम करने में मददगार
क्या हेजलनट्स के सेवन से शुगर को नियंत्रित किया जाता सकता है? इसका का पता लगाने के लिए कुछ लोगों को 8 सप्ताह तक हेजलनट्स दिए गए। 8 हफ्ते बाद पाया गया कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति में हाई डेंसिटी लिपिड कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल का स्तर सामान्य रहा, लेकिन फास्टिंग ब्लड शुगर व अन्य किसी प्रकार के लिपिड प्रोफाइल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। यह रिसर्च एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध है। वहीं, एक अन्य रिसर्च के मुताबिक ये नट्स फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, ये टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के ग्लाइसेमिक कंट्रोल में भी सुधार कर सकते हैं। इसलिए, अगर कोई मधुमेह की समस्या से बचना चाहता है या कोई मधुमेह से पीड़ित है, तो उसके लिए हेजलनट्स का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए
उच्च रक्तचाप की समस्या से बचे रहने के लिए हेजलनट्स का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, उच्च रक्तचाप की समस्या के लिए सोडियम की अधिकता जिम्मेदार होती है। सोडियम को कम करने और उच्च रक्तचाप से छुटकारा दिलाने में पोटैशियम युक्त आहार मददगार हो सकता है। वहीं, हेजलनट्स में पोटैशियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसलिए, हेजलनट्स के सेवन से रक्तचाप को संतुलित रखा जा सकता है।
हेजलनट्स के नुकसान –
- हेजलनट्स के फायदे कई हैं, लेकिन इसे गलत तरीके से खाने पर कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इस बारे में हम नीचे लेख में बता रहे हैं।
- जिन लोगों को सामान्य खाद्य पदार्थों से हटकर कुछ अलग खाने से एलर्जी होती है, उन्हें हेजलनट्स का सेवन नहीं करना चाहिए ।
- हेजलनट्स फाइबर का अच्छा स्रोत होता है। कम समय में अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करने पर पेट फूलने, सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है । इसलिए, हेजलनट्स को कम मात्रा में ही लेना चाहिए।