गूलर के फायदे एवं नुकसान

गूलर के औषधीय लाभ
1. माउथ अल्सर और ओरल इंफेक्शन में राहत
गूलर की छाल को पानी में उबालकर पीने से मुँह के छाले और ओरल इंफेक्शन में लाभ मिलता है।
2. डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज के मरीजों के लिए गूलर का फल और पत्तियाँ अत्यंत लाभकारी मानी जाती हैं। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
3. रेड ब्लड सेल्स (RBC) का उत्पादन
गूलर में मौजूद विटामिन B2 शरीर में रेड ब्लड सेल्स और एंटीबॉडीज के निर्माण में सहायक होता है, जिससे ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है।
4. कैंसर विरोधी गुण
गूलर के फल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो कैंसर सेल्स के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
5. हृदय स्वास्थ्य में सहायक
गूलर में मौजूद मैग्नीशियम अनियमित दिल की धड़कन को नियंत्रित करता है और मस्कुलर टेंशन एवं ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
इसमें कॉपर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो एनीमिया से बचाव करता है और शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
7. मूत्र विकारों में उपयोगी
गूलर का चूर्ण दिन में दो बार लेने से यूरिन संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं।
8. हीव्स (Allergic rashes) में राहत
गूलर की पत्तियों का रस हीव्स जैसी एलर्जिक स्थिति में लाभकारी होता है।
9. चिकनपॉक्स में उपयोगी
गूलर की पत्तियाँ बॉइल्स में मवाद बनने से रोकती हैं और त्वचा को शीघ्र ठीक करती हैं।
10. टीबी में राहत
गूलर को शहद के साथ लेने से टीबी में राहत मिलती है।
11. मेनोरेजिया (अत्यधिक माहवारी) में मददगार
गूलर के सूखे फल को शहद और चीनी के साथ सेवन करने से अत्यधिक रक्तस्राव में राहत मिलती है।
12. जलन के निशानों पर लाभकारी
गूलर का पेस्ट और शहद मिलाकर जलने के निशानों पर लगाने से त्वचा ठीक होती है।
13. बवासीर और भगंदर में राहत
गूलर की पत्तियों से निकलने वाला लेटेक्स प्रभावित स्थान पर लगाने से बवासीर व फिस्टुला में राहत मिलती है।
14. सूजन को कम करता है
गूलर में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो शरीर की सूजन को कम करते हैं।
15. पिंपल्स और झाइयाँ दूर करता है
गूलर की छाल का पेस्ट चेहरे पर लगाने से पिंपल्स, झाइयाँ और फोड़े-फुंसी में आराम मिलता है।
अन्य स्वास्थ्य लाभ
- डाइसेन्ट्री
- पेट दर्द
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर
- नकसीर
- अत्यधिक प्यास लगना
- मांसपेशियों में दर्द
- बुखार
गूलर के संभावित साइड इफेक्ट्स
गूलर का अधिक या अनियंत्रित सेवन निम्नलिखित दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकता है:
- चक्कर आना
- ब्लड प्रेशर में गिरावट
- टायकिकार्डिया (दिल की धड़कन तेज़ होना)
- ऑर्थोस्टेटिक समस्याएं (बैठने या खड़े होने पर चक्कर आना)
- कफ और कोल्ड बढ़ जाना
- एलर्जिक रिएक्शन (त्वचा पर खुजली, रैश आदि)
नोट
गूलर का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें, विशेष रूप से यदि आप किसी अन्य औषधि का सेवन कर रहे हों या कोई पुरानी बीमारी हो।