क्या विवाह के बाद भी मनमुटाव, तनाव या दूरी महसूस हो रही है?
क्या बार-बार विचारों में टकराव, गलतफहमी या संवाद की कमी सामने आती है?
या आप जानना चाहते हैं कि आपका वैवाहिक जीवन आगे कैसा रहेगा और कैसे सुधारा जा सकता है?
इस विशेष वैवाहिक जीवन योग रिपोर्ट में पति एवं पत्नी दोनों की जन्म-कुंडली का तुलनात्मक वैदिक ज्योतिषीय विश्लेषण कर आपको स्पष्ट, व्यवहारिक और समाधान-उन्मुख मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
पति-पत्नी दोनों की कुंडली में वैवाहिक जीवन का योग
विवाह के बाद सुख, सहयोग एवं स्थिरता की स्थिति
दोनों के स्वभाव, सोच और भावनात्मक सामंजस्य का स्तर
मनमुटाव, तकरार या दूरी के ज्योतिषीय कारण
सप्तम भाव, सप्तमेश, शुक्र एवं मंगल का प्रभाव
संवाद, विश्वास और भावनात्मक संतुलन
आने वाले समय में सुधार, स्थिरता या सावधानी के संकेत
दशा-महादशा एवं ग्रह गोचर के आधार पर
वैवाहिक जीवन का भविष्यफल
शनि, राहु-केतु, मंगल दोष या ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति
पारिवारिक हस्तक्षेप, आर्थिक दबाव या अहं टकराव
अलगाव या लंबे तनाव के योग (यदि हों)
दाम्पत्य सुख बढ़ाने हेतु
सरल एवं प्रभावी ज्योतिषीय उपाय
मंत्र जाप, व्रत, दान एवं ग्रह शांति
आपसी प्रेम, समझ और संवाद बढ़ाने के उपाय
पति या पत्नी में से किसे रत्न धारण करना चाहिए
कौन-सा रत्न दाम्पत्य जीवन को सशक्त करेगा
(जैसे – हीरा/ओपल, पुखराज, मोती आदि)
धारण की विधि, शुभ दिन एवं सावधानियाँ
वैवाहिक शांति, प्रेम एवं संतुलन हेतु
उपयुक्त रुद्राक्ष (जैसे – 2 मुखी, 5 मुखी, 7 मुखी आदि)
धारण विधि एवं मंत्र
वैवाहिक जीवन में मधुरता हेतु
शिव-पार्वती पूजन, शुक्र शांति, नवग्रह शांति
घर पर करने योग्य सरल पूजा विधि
रिपोर्ट पूरी तरह व्यक्तिगत (Personalized) होगी
पति-पत्नी दोनों की जानकारी के आधार पर PDF फॉर्मेट में तैयार की जाएगी
रिपोर्ट आपको ई-मेल / व्हाट्सएप पर भेजी जाएगी
रिपोर्ट तैयार करने हेतु निम्न जानकारी आवश्यक है:
पति की जानकारी
पत्नी की जानकारी
(वैकल्पिक) विवाह तिथि / वर्तमान समस्या
यह रिपोर्ट वैदिक ज्योतिष पर आधारित है। इसका उद्देश्य दिशा-निर्देशन, समझ और सकारात्मक समाधान प्रदान करना है।
किसी भी प्रकार के संपर्क के लिए WhatsApp