भूमि पूजन एक हिंदू अनुष्ठान है, जो एक नए घर के निर्माण की शुरुआत से पहले भूमि और देवी-देवताओं के सम्मान में किया जाता है। भूमि पूजन के दौरान प्रकृति के पांच तत्वों की भी पूजा की जाती है, जिसे नींव पूजन भी कहा जाता है। भूमि का अर्थ धरती माता है। आमतौर पर भूमि पूजा निर्माण स्थल के उत्तर-पूर्व कोने में की जाती है। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार स्थल की खुदाई ईशान कोण से शुरू होनी चाहिए।
भूमि पूजन करने हेतु मुहर्त, भूमि मालिक के नाम से एवं उनकी जन्म जानकारी के आधार पर दिया जाता है।
कुछ महीनो में भूमि पूजन के मुहूर्त नहीं दिए जाते है किंतु अगर किसी व्यक्ति विशेष को उन दिनों में भी भूमि पूजन करना हो तो उस कार्य हेतु आपको कुछ प्रायश्चित करना होता है।