15 नवंबर 2025 को बुध ग्रह अस्त — जानिए 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव
15 नवंबर 2025 को बुध ग्रह वृश्चिक राशि में अस्त हो रहे हैं। बुध ग्रह बुद्धि, संवाद, व्यापार, तर्कशक्ति और निर्णय क्षमता का कारक है। इसके अस्त होने से व्यक्ति की वाणी और विचारों में असंतुलन आ सकता है। कुछ राशियों को इस दौरान अपने कामकाज, लेन-देन और बोलचाल में विशेष सावधानी रखनी होगी, जबकि कुछ राशियों को पुराने कार्यों की समीक्षा कर उन्हें सुधारने का अवसर मिलेगा। इस अवधि में कोई भी नया कार्य आरंभ करने से पहले सोच-समझकर कदम उठाना उचित रहेगा।
सभी 12 राशियों पर प्रभाव और उपाय
मेष राशि :
यह समय आपको अपने कामकाज की रणनीति सुधारने का अवसर देगा। किसी अधूरे कार्य को पूरा करने का मौका मिलेगा। हालांकि वाणी में संयम रखना जरूरी है। नई योजनाओं की तैयारी के लिए अच्छा समय है।
उपाय: गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और “ॐ बुं बुधाय नमः” का 108 बार जप करें।
वृषभ राशि :
बुध अस्त काल में रिश्तों की गहराई समझने और दूसरों की भावनाओं को महसूस करने का समय है। व्यापारिक साझेदारी में थोड़ी सावधानी रखें, परंतु पुराने मतभेद सुलझ सकते हैं।
उपाय: बुधवार को हरी मूंग दान करें और हरे वस्त्र धारण करें।
मिथुन राशि :
आपकी राशि के स्वामी बुध आत्मचिंतन का अवसर देंगे। कार्यक्षेत्र में सुधार और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। रुके हुए कार्य धीरे-धीरे पटरी पर आएंगे।
उपाय: तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और हरे फल (अमरूद) का सेवन करें।
कर्क राशि :
प्रेम जीवन में समझ बढ़ेगी और बच्चों से जुड़ी खुशखबरी मिल सकती है। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी, हालांकि निवेश में सोच-समझकर कदम उठाएँ।
उपाय: बुधवार को भगवान गणेश को मोदक चढ़ाएँ और गाय को हरा चारा खिलाएँ।
सिंह राशि :
गृहस्थ जीवन में शांति बढ़ाने और परिजनों के साथ रिश्ते सुधारने का समय है। पुरानी गलतफहमियाँ दूर हो सकती हैं। संपत्ति संबंधी मामलों में सावधानी रखें।
उपाय: बुधवार को पन्ना रत्न धारण करें (ज्योतिषीय सलाह के बाद) और गणेश जी की आरती करें।
कन्या राशि :
आपके विचारों में गहराई आएगी। लेखन, शिक्षा, और संचार क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह समय रचनात्मक विचारों से भरपूर रहेगा। बस निर्णयों में जल्दबाजी न करें।
उपाय: गणपति मंदिर में हरा फल चढ़ाएँ और “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” जप करें।
तुला राशि :
आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नई योजनाएँ मन में आएंगी। धन संचय की दृष्टि से यह समय उपयोगी रहेगा, बशर्ते आप खर्चों पर नियंत्रण रखें।
उपाय: बुधवार को किन्नरों या जरूरतमंदों को हरे वस्त्र या मिठाई दान करें।
वृश्चिक राशि :
आपकी सोच गहरी और रणनीतिक बनेगी। आत्मविश्लेषण से जीवन में स्पष्टता आएगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा, पर वाणी में मधुरता बनाए रखें।
उपाय: गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और “ॐ गंग गणपतये नमः” का जप करें।
धनु राशि :
अंतर्ज्ञान मजबूत होगा। आध्यात्मिक अभ्यास और ध्यान से मानसिक शांति मिलेगी। पुराने विवादों के समाधान की दिशा बन सकती है।
उपाय: बुधवार को गौ-सेवा करें और गणेश जी को लड्डू चढ़ाएँ।
मकर राशि :
नए मित्र बन सकते हैं, और पुराने संबंधों में सुधार आएगा। कोई रुका हुआ कार्य किसी मित्र की सहायता से पूरा हो सकता है। योजनाओं में स्थिरता आएगी।
उपाय: तुलसी के पौधे में जल दें और बुधवार को हरा फल दान करें।
कुंभ राशि :
कैरियर में सुधार के अवसर बनेंगे, विशेषकर यदि आप शिक्षा, लेखन या प्रबंधन क्षेत्र में हैं। वरिष्ठों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। बोलचाल में सौम्यता रखें।
उपाय: गणेश जी को दूर्वा और मिश्री का भोग लगाएँ, बुधवार को हरी वस्तुएँ दान करें।
मीन राशि :
आध्यात्मिक दृष्टि से यह समय अत्यंत शुभ है। नई शिक्षा या ज्ञान प्राप्ति की इच्छा बढ़ेगी। विदेश से जुड़ी योजनाएँ धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगी।
उपाय: गणेश जी की आराधना करें और विद्यार्थियों को पुस्तक दान करें।
सारांश :
बुध अस्त का काल स्वयं को सुधारने, गलतियों से सीखने और भविष्य की योजना बनाने का समय है। इस दौरान मन में स्पष्टता लाने के लिए ध्यान, गणेश आराधना, और बुध मंत्र जप करना अत्यंत लाभदायक रहेगा।