मृगशिरा नक्षत्र ज्योतिष रहस्य

मृगशिरा नक्षत्र ज्योतिष रहस्य

मृगशिरा नक्षत्र वैदिक ज्योतिष में

मृगशिरा नक्षत्र तीन तारों से मिलकर बना है और आकाश मण्डल में इसकी आकृति हिरन केसर के सामान दिखाई देती है। यह नक्षत्र २३.20 डिग्री वृष राशि से ६.४० डिग्री मिथुन राशि तक गति करता है।

            नक्षत्र स्वामी : मंगल ( १०डिग्रीसे२३.२०डिग्री )

            नक्षत्र देव : चन्द्रमा

            राशि स्वामी : शुक्रव्बुद्ध ( प्रथमदोचरणवृषराशिमेंऔरअंतिमदोचरणमिथुनमेंआतेहैं )

            विंशोत्तरी दशा स्वामी : मंगल

            चरण अक्षर : बे, बो, क, की

            वर्ण : प्रथमदोपदवैश्यऔरअंतिमदोपदशूद्रजानकारविचारें

            गण : देव

            योनि : सर्प

            नाड़ी : मध्य

            प्रथम चरण : सूर्य

            द्वितीय चरण : द्ध

            तृतीयचरण : शुक्र

            चतुर्थ चरण : मंगल

            वृक्ष : खैर

मृगशिरा नक्षत्र जातक की कुछ विशेषताएं व्जीवन-

रोहिणी नक्षत्र की तरह ही मृगशिरा नक्षत्र में जन्मे जातक निसंदेह आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। देवगण देवत्व का प्रतीक है। ये जातक देवताओं की तरह करुणाशील होते हैं। सर्प की तरह तीव्र सें सके मालिक और हिरन की तरह चौकन्ने भी होते हैं। परन्तु आवश्यकता से अधिक भरोसा इन्हें मुश्किल में डाल देता है। अपने काम से काम रखने वाले ऐसे जातक लम्बे कद काठी, सुन्दर नैन नक्श और कमजोर कन्धों वाले होते हैं। देखने में जितने तेज तर्रार लगते हैं उतने होते नहीं हैं। अपने आसपास रहने वाले लोगों में किसी पर भी भरोसा कर लेते हैं और षड्यंत्र का शिकार होते हैं।

मृगशिरा नक्षत्र के जातक/ जातिका की मैरिड लाइफ

इस नक्षत्र के जातक की मैरिड लाइफ बहुत सफल नहीं कही जा सकती। वहीँ इस नक्षत्र की जातिकाएँ अक्सर ज़ुबान की तेज देखि गयी हैं जिस वजह से इनकी भी शादी शुदा ज़िंदगी उतनी अच्छी नहीं रहती।

मृगशिरा नक्षत्र जातक का स्वास्थ्य

मृगशिरा नक्षत्र के जातक के कन्धोंव्टांगों से सम्बंधित समस्याएं लगातार बनी रहती हैं। वहीँ इस नक्षत्र से प्रभावित जातिकाओं को मासिक धर्म व्सेक्स सम्बन्धी बीमारियों से दो चार होना पड़ता है।

मृगशिरा नक्षत्र जातक शिक्षा व्व्यवसाय

चंचल स्वभाव के ऐसे जातक अक्सर प्रोफेशन बदलते देखे गए हैं। ये बार बार प्रोफेशन बदलते हैं जिस वजह से स्टेबल होने में दिक्कत आती है। ये कम्युनिकेशन के कार्य में बहुत बेहतर होते हैं। उच्च कोटि के लेखक, अनुसंधानकर्ता, वास्तुकार, प्रशासक, अभिनेता, संगीत, शिक्षक, कवि, ज्योतिषी, इंजीनियर्स, संचारक, रियलएस्टेट, यात्रा से संबंधित नौकरियों, कपड़ा, वस्त्र, दर्जी, पशु ट्रेनर भी हो सकते हैं।