यछाया कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन धान्य समृधि में देही दापय स्वाहा: ||भगवान् शंकर ने इस मंत्र को रावण को बताया था।मंत्र प्रयोग से पहले गणपति की साधना जरुरी है ।
Srushti Thakur
Adminblogs Oct 17, 2023 10392
Adminblogs Oct 17, 2023 9811
Adminblogs Oct 17, 2023 9310
Adminblogs Oct 17, 2023 8682
Adminblogs Oct 17, 2023 7556
Adminblogs Aug 11, 2023 2331
Adminblogs Jul 17, 2023 5099
लाल
नीला
पीला
हरा
गुलाबी
Vote View Results
Total Vote: 2637
View Options