गोमूत्र के फायदे, उपयोग और नुकसान

गोमूत्र के फायदे, उपयोग और नुकसान

गोमूत्र के फायदे –
आयुर्वेद में कहा गया है कि गाय का मूत्र शरीर को कई रोगों से मुक्त करके स्वस्थ रहने में मदद कर सकता है। आइए, हम जानते हैं कि आपके लिए गोमूत्र के फायदे किस-किस प्रकार से हैं।

कैंसर के लिए
गोमूत्र में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। साथ ही यह शरीर में फ्री रेडिक्लस व ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को खत्म करने का काम करता है। करीब 16 हफ्ते तक 70 चूहों पर किए गए अध्ययन से भी पुष्टि की गई है कि गोमूत्र में कीमोप्रिवेंटिव गुण होता है ।

वजन घटाने के लिए
आयुर्वेदिक ग्रंथों में गोमूत्र को एक प्राकृतिक औषधीय पदार्थ के रूप में बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि गोमूत्र के सेवन से वजन घटाने में सहायता मिल सकती है। इस बात को वैज्ञानिक शोध के जरिए भी प्रमाणित किया गया है ।

मधुमेह में फायदेमंद
गोमूत्र में एंटीडायबिटीक व एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जिस कारण यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन में माना गया है कि अगर मधुमेह से ग्रस्त मरीज गोमूत्र का सेवन करते हैं, तो 28 दिन में इंसुलिन का स्तर संतुलित हो सकता है।

हाइपोलिपिडेमिक और हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव
जब आप अधिक तैलीय व वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो शरीर में कालेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। साथ ही शरीर में फ्री रेडिकल्स भी बनने लगते हैं। परिणामस्वरूप लिवर में सूजन आ सकती है और आपको कई बीमारियां घेर सकती हैं। ऐसे में अगर आप गौ मूत्र का सेवन करते हैं, तो इन बीमारियों से बच सकते हैं। गौ मूत्र को इसलिए लाभदायक माना गया है, क्योंकि इसमें हाइपोलिपिडेमिक (कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना) व हेपेटोप्रोटेक्टिव (लिवर को ठीक करना) गुण होते हैं। गोमूत्र का वैज्ञानिक परीक्षण करने पर पता चला है कि इसमें कॉपर, कैलिकेरिन, यूरोकिन्स, नाइट्रोजन, यूरिक एसिड और फॉस्फेट जैसे कई गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। जब वैज्ञानिक अध्ययन के दौरान 30 दिन तक गोमूत्र का उपयोग किया जाता है, तो सीरम ट्राइग्लिसराइड्स (खून में पाया जाने वाला फैट) और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी दर्ज की गई। साथ ही लिवर के सूजन में भी कमी आई ।

पेट की समस्या
जब बात गोमूत्र के फायदे के बारे में हो रही हो, तो इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह आपके पेट के दर्द को कम करने में भी सहायता करता है। यह इसलिए संभव हो पाया है, क्योंकि गोमूत्र में अनेक प्रकार के आयुर्वेदिक गुण मौजूद होते हैं। आयुर्वेद आचार्य सुश्रुत व महर्षि चरक ने भी कहा है कि पेट दर्द से राहत पाने के लिए गौ मूत्र का प्रयोग किया जा सकता है।

गोमूत्र का उपयोग –
कृषि में:
गोमूत्र के लाभ खेती के लिए देखे गए हैं। गोमूत्र को एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह नाइट्रोजन से समृद्ध होता है, जो रोगाणुरोधी गुण होता हैं (8)।

साबुन और शैंपू में:
गोमूत्र का इस्तेमाल आयुर्वेदिक व हर्बल स्क्रब, शैंपू, साबुन व अन्य सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है।

बिजली के लिए:
गोमूत्र में अल्कलाइन प्रभाव पाया जाता है, जिस कारण इसे बिजली का बेहतरीन विकल्प माना जाता सकता है। ऐसा माना जाता है कि 5 लीटर ताजा गोमूत्र से लगभग 1 वॉट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है ।
गोमूत्र कैसे पिएं :

  • ध्यान रहे कि गोमूत्र को ऐसे नहीं पिया जा सकता। पहले उसे फिल्टर करना जरूरी होता है। उसके बाद ही इसका सेवन किया जा सकता है।
  • गोमूत्र को बिना कुछ मिलाए पिया जा सकता है।
  • आप आधे कप पानी में गोमूत्र, नमक और नींबू के रस को मिलाकर भी पी सकते हैं।
  • गोमूत्र में आंवला चूर्ण और दूध मिलाकर पिया जा सकता है।



गोमूत्र के नुकसान –
गोमूत्र का प्रयोग करके से आपका वजन बढ़ सकता है। गोमूत्र को ज्यादा देर तक स्टोर करके नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उसमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है, जो शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।