बुध ज्योतिष में

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध की विशेषताओं में बुद्धिमता, शिक्षा, मित्र, व्यापार और व्यवसाय, गणित, वैज्ञानिक, ज्ञान प्राप्त करना, निपुणता, वाणी, प्रकाशक, छापने का कार्य, पढाने वाला, फूल, मामा और मामी, लेखविद्या, लिपिक, भतीजे, दत्तक पुत्र, मोती, कस्तूरी, काला-जादू, टेढी आंखें, हंसी-मजाक, वाकपटुता, हाजिर जवाब आदि गुण आते है.
बुध के मित्र ग्रह कौन से है :
सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह है.
बुध के शत्रु ग्रह कौन से है :
बुध का शत्रु ग्रह चन्द्र है.
बुध किन ग्रहों से सम संबन्ध रखता है :
बुध शनि, मँगल व गुरु से सम सम्बन्ध रखता है.
बुध को कौन सी राशियों का स्वामित्व प्राप्त है :
बुध मिथुन व कन्या राशि का स्वामी है.
बुध की मूल त्रिकोण राशि कौन सी है :
बुध कन्या राशि में 15 अंश से 20 अंश के मध्य होने पर अपनी मूलत्रिकोण राशि में होता है.
बुध किस राशि में उच्च स्थान प्राप्त करता है :
बुध कन्या राशि में 15 अंश पर उच्च स्थान प्राप्त करता है.
बुध किस राशि में नीचस्थ होता है :
बुध मीन राशि में होने पर नीच राशि में होता है.
बुध को किस लिंग का प्रतिनिधित्व करता है :
बुध को पुरुष व नपुंसक लिंग का कारक ग्रह है.
बुध किस दिशा का स्वामी है :
बुध उत्तर दिशा का स्वामी है.
बुध का शुभ रत्न कौन सा है :
बुध का शुभ रत्न पन्ना, सुलेमानी है.
बुध का शुभ रंग क्या है :
बुध का प्रिय रंग हरा और भूरा है.
बुध की शुभ संख्या कौन सी है :
बुध के शुभ अंक 5, 14, 23 है.
बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए किस ग्रह की उपासना करनी चाहिए :
बुध के अधिदेवता विष्णु, भगवान नारायण देव है.
बुध का बीज मंत्र कौन सा है :
बुध का बीज मंत्र इस प्रकार है.
इस मंत्र का जाप 21 दिनों में 19000 बार करना चाहिए.
बुध का वैदिक मंत्र कौन सा है :
बुध् का वैदिक मंत्र इस प्रकार है.
सौम्यम सौम्यगुणोपेतं व बुधं प्रणामाम्यहम ।।
बुध की दान की वस्तुएं कौन सी है :
बुध की दान योग्य वस्तुओं में हाथी दान्त, चीनी, हरा वस्त्र, हरे फूल, मूंग की दाल, कपूर, तारपीन का तेल. बुधवार को सूर्य उदय से 2 घण्टे पहले के अन्दर इन वस्तुओं का दान करना चाहिए.
बुध ग्रह से प्रभावित व्यक्ति का रंग-रुप किस प्रकार का होता है :
जिस व्यक्ति की कुण्डली में बुध ग्रह की राशि मिथुन या कन्या लग्न भाव में हो, अथवा बुध लग्न भाव में बली अवस्था में हो, या फिर व्यक्ति की जन्म राशि बुध की राशि हो, तो व्यक्ति के व्यक्तित्व पर बुध का प्रभाव होता है. बुध से प्रभावित व्यक्ति सुगठित शरीर वाला, बडा शरीर, मृ्दु भाषा, हंसी मजाक, विनोदी स्वभाव का होता है.
बुध शरीर के कौन से अंगों का प्रतिनिधित्व करता है :
बुध शरीर में पित्त, वायु, बलगम, गुदा, जांघे, त्वचा, नाडी प्रणाली का कारक है.
बुध के कारण व्यक्ति को कौन से रोग हो सकते है :
बुध के कमजोर या पिडित होने पर व्यक्ति को दिमाग और बोलने के अंगों में असन्तुलन हो सकता है. बुध दिमागी रोग देता है. मानसिक रोग, नपुंसकता, ज्वर, खुजली, हड्डियों का चटकना, जवर, चक्कर आना, गर्दन में दर्द, बवासीर, अपच, जिगर, पेट, आंन्तों की समस्याएं.
बुध के कारक तत्व कौन से है :
बुध बुद्धिमानी, लगातार बोलने वाला, हास्य प्रकृ्ति का कारक ग्रह है.,
बुध के विशिष्ठ गुण कौन से है :
बुध विद्या का कारक ग्रह है, वह बन्धु बान्धवों का भी कारक ग्रह है.