मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर 27 अक्टूबर 2025

मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर 27 अक्टूबर 2025

मंगल का वृश्चिक राशि में गोचर 2025

गोचर तिथि: 27 अक्टूबर 2025
राशि परिवर्तन: तुला से वृश्चिक 
समय: प्रातः 9 बजकर 45 मिनट (लगभग)

मंगल, जो कि ऊर्जा, साहस, पराक्रम और क्रियाशक्ति का प्रतीक ग्रह है, जब अपनी स्वयं की राशि वृश्चिक में प्रवेश करता है, तब उसकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। यह गोचर जातकों में आत्मबल, निर्णायक शक्ति, और गुप्त योजनाओं को सफल बनाने की क्षमता प्रदान करता है। वृश्चिक राशि जल तत्व की स्थिर राशि है और मंगल यहाँ अपनी स्वगृही स्थिति में अत्यंत प्रभावशाली फल देता है। इस समय लोगों में जोश और आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन गुस्सा और अधीरता भी देखी जा सकती है।

यह गोचर लगभग 6 दिसंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा और इस दौरान जीवन के कई क्षेत्रों में परिवर्तन देखे जाएंगे।

यह गोचर कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ परिणाम देगा जबकि कुछ के लिए सावधानी का समय रहेगा। आइए जानते हैं इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर —

12 राशियों पर मंगल गोचर का प्रभाव, भाव और उपाय सहित

मेष राशि (Aries)

भाव: अष्टम भाव
यह गोचर गुप्त लाभ, रिसर्च, पैतृक संपत्ति या अचानक परिवर्तन से संबंधित होगा। आपको रहस्यमयी बातों की ओर रुचि बढ़ेगी, परंतु स्वास्थ्य पर ध्यान रखना आवश्यक है। कोई पुरानी बीमारी उभर सकती है।
उपाय: मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और लाल मसूर का दान करें।

वृषभ राशि (Taurus)

भाव: सप्तम भाव
दांपत्य जीवन में तकरार या अहंकार से समस्या हो सकती है। जीवनसाथी या व्यापारिक साझेदार के साथ विचारों में मतभेद बढ़ सकते हैं। व्यावसायिक मामलों में धैर्य रखें।
उपाय: मंगलवार को श्री हनुमान मंदिर जाएं और सिंदूर अर्पित करें। पति-पत्नी एक-दूसरे को लाल पुष्प दें।

मिथुन राशि (Gemini)

भाव: षष्ठ भाव
आपके शत्रु परास्त होंगे, मुकदमे या विवाद आपके पक्ष में रहेंगे। कार्यक्षेत्र में सम्मान और पदोन्नति के योग हैं। लेकिन अधिक परिश्रम और तनाव से बचें।
उपाय: लाल वस्त्र पहनें और मंगलवार को गुड़ व चने का प्रसाद बांटें।

कर्क राशि (Cancer)

भाव: पंचम भाव
यह गोचर बुद्धि, प्रेम और संतान से संबंधित फल देगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय प्रतियोगिताओं में सफलता का रहेगा। प्रेम जीवन में जोश बढ़ेगा, लेकिन भावनाओं पर नियंत्रण आवश्यक है।
उपाय: मंगलवार को बच्चों को मिठाई खिलाएं और लाल झंडा मंदिर में चढ़ाएं।

सिंह राशि (Leo)

भाव: चतुर्थ भाव
घर, वाहन या संपत्ति से जुड़े कार्यों में सक्रियता बढ़ेगी। माता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। घर में किसी कारणवश मतभेद हो सकते हैं।
उपाय: माता के चरण स्पर्श करें और मंगलवार को तांबे के बर्तन में जल अर्पण करें।

कन्या राशि (Virgo)

भाव: तृतीय भाव
यह स्थिति आपके साहस और आत्मविश्वास को बढ़ाएगी। यात्राएं और नए संपर्क लाभ देंगे। भाई-बहनों से संबंध अच्छे रहेंगे। यह समय आपके प्रयासों को सफलता देगा।
उपाय: हनुमान जी को लाल फूल और तेल का दीपक अर्पित करें।

तुला राशि (Libra)

भाव: द्वितीय भाव
आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रहेगा, लेकिन वाणी में कटुता न आने दें। पारिवारिक मामलों में संयम रखें। धन की वृद्धि के नए मार्ग खुल सकते हैं।
उपाय: मंगलवार को मसूर दाल और लाल वस्त्र का दान करें। परिवार के बुजुर्गों का आशीर्वाद लें।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

भाव: प्रथम भाव (स्वराशि में मंगल)
यह समय आपके लिए शक्ति, आत्मविश्वास और सफलता का रहेगा। आप हर चुनौती का सामना करने में सक्षम रहेंगे। लेकिन गुस्से और जल्दबाजी से बचें।
उपाय: हनुमान जी को सिंदूर और तेल अर्पित करें। मंगलवार उपवास रखें और "ॐ अंगारकाय नमः" मंत्र का जाप करें।

धनु राशि (Sagittarius)

भाव: द्वादश भाव
विदेश संबंधी कार्यों में सफलता मिल सकती है, लेकिन खर्च अधिक रहेंगे। मानसिक तनाव और निद्रा की समस्या हो सकती है। यात्रा करते समय सावधानी रखें।
उपाय: लाल वस्त्र में मसूर दाल बांधकर मंदिर में दान करें। प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें।

मकर राशि (Capricorn)

भाव: एकादश भाव
लाभ, मित्र और इच्छापूर्ति का समय है। लंबे समय से अटके कार्य पूरे होंगे। आय के नए स्रोत मिलेंगे। समाज में सम्मान बढ़ेगा।
उपाय: मंगलवार को किसी गरीब को भोजन कराएं और लाल पुष्प हनुमान जी को अर्पित करें।

कुंभ राशि (Aquarius)

भाव: दशम भाव
कार्य क्षेत्र में उन्नति, पदोन्नति और नए अवसर मिलेंगे। आपकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। वरिष्ठों से संबंध अच्छे रहेंगे।
उपाय: लाल ध्वज मंदिर में चढ़ाएं और मंगलवार को तिल का तेल दान करें।

मीन राशि (Pisces)

भाव: नवम भाव
भाग्य वृद्धि, धर्म, यात्रा और उच्च शिक्षा के लिए यह गोचर शुभ रहेगा। नए अवसर मिलेंगे और गुरुजनों का सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय: मंगलवार को गुड़ और तिल मिलाकर दान करें, मंदिर में दीप जलाएं।

निष्कर्ष:

मंगल का यह गोचर कुल मिलाकर ऊर्जावान और परिवर्तनकारी है। यह समय साहस, कार्यक्षमता और आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। शुभ फल प्राप्त करने के लिए क्रोध पर नियंत्रण, संयम और नियमित हनुमान उपासना करना विशेष लाभकारी रहेगा।