यछाया कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये धन धान्य समृधि में देही दापय स्वाहा: ||भगवान् शंकर ने इस मंत्र को रावण को बताया था।मंत्र प्रयोग से पहले गणपति की साधना जरुरी है ।
Adminblogs
Adminblogs Oct 30, 2023 19501
Adminblogs Jul 19, 2023 17690
Adminblogs Jan 19, 2024 15087
Adminblogs Oct 30, 2023 14653
Adminblogs Jan 2, 2024 13911
Adminblogs Aug 11, 2023 11801
लाल
नीला
पीला
हरा
गुलाबी
Vote View Results
Total Vote: 3753
View Options