कौंच के बीज के 11 फायदे, उपयोग और नुकसान

‘कौंच के बीज किस काम आते हैं’ पाठकों के इस सवाल का जवाब हम लेख के इस भाग में देने की कोशिश कर रहे हैं। नीचे पढ़ें कौंच का बीज स्वास्थ्य के लिए कैसे लाभकारी हो सकता है:
पार्किंसंस के लिए कौंच के बीज के फायदे –
कौंच के बीज खाने के फायदे की बात करें, तो इसमें सबसे पहला नाम है आता है पर्किंसंस का। दरअसल, पर्किंसंस तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारी है। यह तब होती है, जब मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं डोपामाइन नामक ब्रेन केमिकल का पर्याप्त निर्माण नहीं कर पाती हैं । ऐसे में मरीज को कंपकंपी, शरीर में दर्द व चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है। हालांकि, यह बीमारी उम्र बढ़ने पर हो सकती है, लेकिन कभी-कभी यह जेनेटिक और कम उम्र के व्यक्ति को भी हो सकती है। इस स्थिति में कौंच अच्छा विकल्प हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित स्टडी के अनुसार, कौंच का बीज पर्किंसंस के लिए बहुत असरदार पाया गया है। इसमें एंटी-पार्किंसंस गुण मौजूद हैं, क्योंकि इसमें एल-डोपा नामक एमिनो एसिड मौजूद होता है। ये एमिनो एसिड पार्किसंस के लिए काफी असरदार हो सकता है, ऐसे में कौंच के उपयोग से पार्किंसंस की समस्या से बचाव हो सकता है या उस पर काफी प्रभाव पड़ सकता है ।
अच्छी नींद के लिए कौंच बीज के फायदे –
सभी के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। अगर नींद पूरी नहीं होती है, तो न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक समस्याएं भी हो सकती है । ऐसे में नींद संबंधी परेशानियों के लिए भी कौंच का बीज लाभकारी हो सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अगर सफेद मूसली के साथ कौंच का सेवन किया जाए, तो अनिद्रा की समस्या से राहत मिल सकती है। फिलहाल, इस बारे में अभी शोध काफी सीमित हैं। ऐसे में हर किसी पर इसका प्रभाव एक जैसा हो, ये जरूरी नहीं है।
नपुंसकता के लिए कौंच बीज के फायदे –
महिलाओं की तरह ही पुरुषों को भी इनफर्टिलिटी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसका कारण मोटापा, धूम्रपान, शराब का सेवन व हॉर्मोनल बदलाव हो सकता है। वजह चाहे जो भी हो, लेकिन कौंच के बीज इस समस्या का उपचार हो सकता है। इस विषय पर इन्फर्टाइल पुरुषों पर किए गए एक शोध के रिपोर्ट के अनुसार, कौंच के बीज के सेवन से स्पर्म (शुक्राणुओं) काउंट में सुधार देखा गया ह। ऐसे में इसका उपयोग न सिर्फ शुक्राणुओं को नुकसान होने से बचा सकता है, बल्कि इंफर्टिलिटी की समस्या को भी दूर करने में मदद कर सकता है । इसके अलावा, कई बार तनाव के कारण भी सीमेन (शुक्राणु) क्वालिटी पर प्रभाव पड़ सकता है और इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है। ऐसे में कौंच बीज मानसिक तनाव या स्ट्रेस को भी कम करने में सहायक हो सकता है और इनफर्टिलिटी की परेशानी से बचाव कर सकता है । कौंच के बीज खाने के फायदे की बात करें, तो यह इसके मुख्य लाभों में से एक है।
मधुमेह के लिए कौंच बीज के फायदे –
कौंच के बीज के फायदे की बात करें, तो ये डायबिटीज के लिए भी लाभकारी हो सकता है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, वर्षों से मधुमेह के उपचार के लिए उपयोग किए जाने वाले कौंच बीज लाभकारी हो सकते हैं। यह एंटीडायबिटिक एजेंट की तरह काम कर सकता है ।
डिप्रेशन से बचाव के लिए कौंच बीज के फायदे –
आज के वक्त में लोग मूड में बदलाव और एकाग्रता में कमी जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। ये डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं । ऐसे में वक्त रहते इस पर ध्यान देना जरूरी है। डिप्रेशन जैसी समस्या के लिए भी कौंच के बीज के फायदेमंद हो सकते हैं। दरअसल, इस विषय पर चूहों पर किए गए अध्ययन के अनुसार, कौंच में एंटी-डिप्रेसेंट गुण मौजूद होते हैं । ऐसे में कौंच का सेवन डिप्रेशन से बचाव या उसे कम करने में सहायक हो सकता है।
एकाग्रता के लिए कौंच के बीज –
कौंच बीज खाने के फायदे की बात करें, तो इसमें एकाग्रता में सुधार भी शामिल है। कई बार तनाव और चिंता के कारण लोगों का ध्यान जरूरी कामों में नहीं लग सकता है। ऐसे में कौंच के बीज एकाग्रता में कमी की समस्या को कुछ हद तक ठीक करने में सहायक हो सकता है। दरअसल, कौंच के बीज मानसिक तनाव को कम करने में सहायक हो सकते हैं और इसमें एंटी-डिप्रेसेंट गुण भी मौजूद हैं। कौंच बीज में मौजूद हाइड्रोअल्कोहलिक एक्सट्रैक्ट इसका कारण हो सकता है। ऐसे में ये एक संभावना हो सकती है कि इसके सेवन से मन शांत हो सकता है और एकाग्रता में सुधार हो सकता है।
शरीर या कमर दर्द के लिए कौंच के फायदे –
आजकल की जीवनशैली और व्यस्त दिनचर्या के कारण कई लोग शरीर में दर्द की शिकायत करते हैं। शरीर में या कमर में दर्द की समस्या हो, तो रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो जाता है। वहीं, बार-बार दर्द निवारक दवाइयों का सेवन भी सही नहीं है। ऐसे में आयुर्वेदिक औषधियां और प्राकृतिक उपचार फायदेमंद साबित हो सकते है। कौंच भी ऐसी ही आयुर्वेदिक औषधियों में से एक है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक यानी दर्दनाशक गुण दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में कोई सटीक वैज्ञानिक स्टडी नहीं है, ऐसे में इसके प्रभाव अलग-अलग व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकते हैं।
मिर्गी के लिए कौंच बीज खाने के फायदे –
मिर्गी तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जिसमें मरीज को दौरे पड़ने लगते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे – कुछ खास दवाइयों के सेवन की वजह से, सिर पर कभी चोट लगने से, दिमागी बुखार होने से आदि। ऐसे में कौंच का सेवन इस बीमारी में मददगार साबित हो सकता है, कौंच में एंटी-एपिलेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जिस कारण मिर्गी की समस्या या उसका असर कम हो सकता है । हालांकि, इससे मिर्गी का प्रभाव या उसके लक्षण कम हो सकते हैं, लेकिन कौंच को मिर्गी का इलाज समझने की भूल न करें। इसके साथ ही अगर किसी प्रकार के दौरे के लिए कौंच देना चाहते हैं, तो बेहतर है कि पहले दौरे पड़ने के कारण का पता लगाएं। उसके बाद डॉक्टरी सलाह के बाद ही कौंच के बीज दें।
बढ़ते वजन के लिए कौंच बीज खाने के फायदे –
वजन बढ़ने या मोटापे की समस्या से आजकल लगभग हर दूसरा व्यक्ति परेशान है। बिगड़ी जीवनशैली व गलत डाइट के कारण यह समस्या आम है । इस स्थिति में सही डाइट और व्यायाम तो जरूरी है ही, लेकिन अगर साथ में कौंच का सेवन किया जाए, तो यह वजन कम करने में लाभकारी हो सकता है। इस विषय पर चूहों पर किए गए शोध के अनुसार, कौंच बीज के एंटी-ओबेसिटी प्रभाव सामने आए हैं । ऐसे में अगर सही लाइफस्टाइल के साथ कौंच बीज का उपयोग वजन कम करने में सहायक हो सकता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण के साथ कौंच बीज बेनिफिट्स –
कौंच के बीज में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। दरअसल, शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट की जरूरत होती है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को नष्ट करने में मदद कर सकता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है। ऐसे में अगर एंटी-ऑक्सीडेंट खाद्य पदार्थों के सेवन की बात की जाए, तो इसमें कौंच बीज भी शामिल है। इसमें सिर्फ एंटी-ऑक्सीडेंट ही नहीं, बल्कि एंटी-इंफ्लेमेटरी भी होते हैं ।
त्वचा के लिए कौंच के फायदे –
जैसे कि हमने लेख के शुरूआत में जानकारी दी थी कि कौंच में रोएं होते हैं। अगर वो त्वचा के संपर्क में आ जाएं, तो खुजली या जलन की समस्या हो सकती है। अब ऐसे में त्वचा के लिए कौंच बीज का उपयोग करना सही नहीं है, लेकिन कौंच के पत्ते फायदेमंद हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी में कौंच के पत्तों में मौजूद मेथनोलिक अर्क त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए फायदेमंद पाया गया है। बेशक, इस वैज्ञानिक शोध में त्वचा के लिए कौंच के पत्ते फायदेमंद पाए गए हैं, लेकिन बेहतर यही होगा कि इसका उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
कोलेस्ट्रोल के लिए कौंच के फायदे –
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया यानी हाई कोलेस्ट्रोल कई अन्य बीमारियों जैसे हृदय रोग व धमनियों से संबंधित रोगों का कारण हो सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि व्यक्ति का कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रहे और इस काम में कौंच के बीज लाभकारी हो सकते हैं। इस विषय पर किए गए एक शोध के अनुसार, कौंच के बीज में एंटीकोलेस्ट्रोल गतिविधि की पुष्टि हुई है। यह एलडीएल यानी हानिकारक कोलेस्ट्रोल को कम कर सकता है और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ा सकता है । ऐसे में कोलेस्ट्रोल के मरीजों के लिए यह उपयोगी औषधि की तरह काम कर सकता है।
कौंच के बीज के नुकसान –
कौंच बीज में एंटी-डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं । ऐसे में अगर कोई पहले से ही डायबिटीज की दवाइयों का सेवन कर रहा है, तो ऐसे में शुगर की मात्रा जरूरत से ज्यादा कम हो सकती है। कौंच के बीज लेने से पहले सावधानियां बरतें और डॉक्टरी सलाह जरूर लें। गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसका सेवन न करें, कौंच की तासीर गर्म होती है, जिससे गर्भवती और बच्चे को हानि हो सकती है। कौंच या कौंच बीज चूर्ण के फायदे बच्चों के लिए नहीं है, इसलिए बच्चों से कौंच को दूर रखें।
इसमें अगर पोषक तत्व हैं, तो इसके एंटी-एंटीन्यूट्रिशन प्रभाव भी हैं । इसलिए, इसके अधिक सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की कमी और कमजोरी भी हो सकती है। कौंच बीज में एल-डोपा नामक एमिनो एसिड भरपूर मात्रा में होता है। ऐसे में इस एमिनो एसिड के अधिक सेवन से मतली, सिरदर्द, जरूरत से ज्यादा नींद आने की समस्याएं भी हो सकती है। नुकसान से बचने के लिए कौंच के बीज लेने से पहले सावधानियां ध्यान में रखनी जरूरी हैं। लोगों का मानना है कि कौंच के बीज के साथ मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। ऐसे में बेहतर है कि इस बारे में विशेषज्ञ की सलाह ली जाए और उसके बाद ही इसका सेवन किया जाए, वरना कौंच बीज पाउडर के फायदे के बजाय उसका नुकसान होगा।