वर्ष 2025 का अंतिम गोचर: 29 दिसंबर को बुध का धनु राशि में प्रवेश

वर्ष 2025 का अंतिम गोचर: 29 दिसंबर को बुध का धनु राशि में प्रवेश

29 दिसंबर 2025 को वर्ष का अंतिम और अत्यंत महत्वपूर्ण गोचर घटित होने जा रहा है, जब बुद्धि, वाणी, व्यापार, तर्क और संचार के कारक ग्रह बुध धनु राशि में प्रवेश करेंगे। धनु राशि गुरु बृहस्पति की राशि है, जो ज्ञान, धर्म, नीति, उच्च शिक्षा, दर्शन और दूरदर्शिता का प्रतीक मानी जाती है। ऐसे में बुध का इस राशि में गोचर होना व्यक्ति के सोचने-समझने के तरीके, निर्णय क्षमता और संवाद शैली में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।

यह गोचर जहां एक ओर आध्यात्मिक झुकाव, उच्च अध्ययन, नीति-न्याय और दीर्घकालीन योजनाओं को बल देगा, वहीं दूसरी ओर जल्दबाजी, कटु वाणी और अधूरे तथ्यों के आधार पर निर्णय लेने से हानि भी संभव है। यह गोचर सभी 12 राशियों को अलग-अलग भावों से प्रभावित करेगा। आइए जानते हैं सभी राशियों पर बुध के धनु गोचर का विस्तृत प्रभाव, उनका भाव स्थान और उपाय।

मेष राशि

गोचर भाव: नवम भाव
मेष राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर भाग्य, धर्म और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रभाव डालेगा। इस अवधि में आपका झुकाव धार्मिक गतिविधियों, तीर्थ यात्रा, गुरुजनों से मार्गदर्शन और आध्यात्मिक ज्ञान की ओर बढ़ेगा। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं या उच्च अध्ययन से जुड़े हैं, उनके लिए यह समय विशेष लाभकारी हो सकता है। विदेश यात्रा या दूरस्थ स्थान से जुड़े कार्यों में भी प्रगति के संकेत हैं।

हालांकि, पिता या गुरु समान व्यक्तियों से मतभेद की स्थिति बन सकती है, विशेषकर यदि आप अपनी बात को बहुत सीधे या कठोर शब्दों में कहेंगे। भाग्य का साथ मिलेगा, लेकिन कर्म के बिना नहीं। जल्दबाजी में कोई भी कानूनी या नैतिक निर्णय लेने से बचें।

उपाय:
प्रतिदिन “ॐ बुधाय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें और हरे वस्त्र धारण करें।

वृषभ राशि

गोचर भाव: अष्टम भाव
वृषभ राशि के लिए यह गोचर अचानक परिवर्तन, रहस्य, शोध और गूढ़ विषयों को प्रभावित करेगा। इस दौरान मानसिक बेचैनी, अनावश्यक चिंताएं और स्वास्थ्य को लेकर सावधानी आवश्यक होगी। अचानक धन लाभ या पैतृक संपत्ति से जुड़े मामलों में प्रगति संभव है, लेकिन कागजी कार्यों में विशेष सतर्कता रखें।

यह समय रिसर्च, ज्योतिष, तंत्र-मंत्र, गूढ़ विज्ञान और बीमा-टैक्स से जुड़े लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। दांपत्य जीवन में संवाद की कमी से तनाव बढ़ सकता है, इसलिए खुलकर बातचीत करें।

उपाय:
हरे मूंग का दान करें और बुधवार को गणेश जी की पूजा करें।

मिथुन राशि

गोचर भाव: सप्तम भाव
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर वैवाहिक जीवन, साझेदारी और व्यवसायिक संबंधों पर सीधा प्रभाव डालेगा। विवाह योग्य जातकों के लिए अच्छे प्रस्ताव आ सकते हैं। व्यापार में नई साझेदारी या अनुबंध होने के योग हैं, लेकिन शर्तों को अच्छी तरह पढ़ें।

जीवनसाथी के साथ वैचारिक मतभेद संभव हैं, खासकर यदि अहंकार बीच में आए। संवाद में मधुरता बनाए रखें। पब्लिक डीलिंग, मार्केटिंग, कंसल्टेंसी और कानून से जुड़े लोगों को लाभ होगा।

उपाय:
हरे फल का सेवन करें और बुध को मजबूत करने के लिए तुलसी में जल अर्पित करें।

कर्क राशि

गोचर भाव: षष्ठ भाव
कर्क राशि वालों के लिए यह गोचर शत्रु, रोग, ऋण और प्रतियोगिता से संबंधित मामलों को प्रभावित करेगा। इस समय आप अपने विरोधियों पर विजय पा सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन या नई जिम्मेदारी मिलने के संकेत हैं।

हालांकि स्वास्थ्य को लेकर सावधानी रखें, विशेषकर पाचन तंत्र और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। कर्ज से जुड़े मामलों में राहत मिलेगी, लेकिन नया ऋण लेने से बचें।

उपाय:
बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं और हरी सब्जियों का दान करें।

सिंह राशि

गोचर भाव: पंचम भाव
सिंह राशि के जातकों के लिए यह गोचर शिक्षा, संतान, प्रेम और रचनात्मकता के क्षेत्र में शुभ परिणाम देगा। विद्यार्थियों के लिए एकाग्रता बढ़ेगी और परीक्षा में सफलता के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में संवाद सुधरेगा।

शेयर बाजार, सट्टा या जोखिम भरे निवेश में सोच-समझकर कदम उठाएं। संतान से सुख मिलेगा, लेकिन उनकी शिक्षा को लेकर चिंता भी हो सकती है।

उपाय:
गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें और हरे रंग का प्रयोग बढ़ाएं।

कन्या राशि

गोचर भाव: चतुर्थ भाव
कन्या राशि के लिए यह गोचर घर, माता, संपत्ति और मानसिक शांति से जुड़ा रहेगा। इस समय वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने के योग बन सकते हैं। घर में धार्मिक वातावरण बनेगा।

हालांकि मानसिक तनाव और पारिवारिक मतभेद की संभावना भी है। कार्यस्थल और घर के बीच संतुलन बनाए रखना आवश्यक होगा।

उपाय:
घर में बुध यंत्र की स्थापना करें और बुधवार का व्रत रखें।

तुला राशि

गोचर भाव: तृतीय भाव
यह गोचर साहस, पराक्रम, लेखन और संचार के क्षेत्र में लाभ देगा। मीडिया, लेखन, सोशल मीडिया और सेल्स से जुड़े लोगों के लिए यह समय उत्कृष्ट है। छोटे भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा।

यात्राओं के योग बनेंगे, लेकिन जल्दबाजी में निर्णय न लें। वाणी में संयम रखें।

उपाय:
हरे वस्त्र दान करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप करें।

वृश्चिक राशि

गोचर भाव: द्वितीय भाव
यह गोचर धन, परिवार और वाणी को प्रभावित करेगा। आय के नए स्रोत बन सकते हैं, लेकिन खर्च भी बढ़ेगा। पारिवारिक विवाद से बचें।

वाणी में कटुता नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए सोच-समझकर बोलें।

उपाय:
चांदी का टुकड़ा अपने पास रखें और बुध मंत्र का जप करें।

धनु राशि

गोचर भाव: प्रथम भाव
धनु राशि के जातकों के लिए यह गोचर अत्यंत महत्वपूर्ण है। व्यक्तित्व में निखार आएगा, आत्मविश्वास बढ़ेगा और नई योजनाएं सफल होंगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन मानसिक चंचलता संभव है।

उपाय:
पीले और हरे रंग का संतुलित प्रयोग करें तथा गुरु-बुध दोनों के मंत्रों का जप करें।

मकर राशि

गोचर भाव: द्वादश भाव
यह गोचर खर्च, विदेश यात्रा और एकांत से जुड़ा रहेगा। अनावश्यक खर्च से बचें। ध्यान और साधना में मन लगेगा।

उपाय:
बुधवार को हरी दाल का दान करें और ध्यान करें।

कुंभ राशि

गोचर भाव: एकादश भाव
यह गोचर आय, लाभ और मित्रों से सहयोग दिलाएगा। करियर में उन्नति और नेटवर्किंग से फायदा होगा।

उपाय:
हरी वस्तु दान करें और गणेश जी की पूजा करें।

मीन राशि

गोचर भाव: दशम भाव
यह गोचर करियर और कर्म क्षेत्र में महत्वपूर्ण रहेगा। नौकरी में बदलाव या प्रमोशन के योग हैं। वरिष्ठों से संबंध सुधरेंगे।

उपाय:
बुधवार को तुलसी को जल अर्पित करें और सत्य बोलने का अभ्यास करें।